चंडीगढ़। पंजाब में बिजली संकट के बीच बसपा सुप्रीमो मायावती ने पंजाब की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है. मायावती ने ट्वीट कर लिखा है, ”पंजाब में बिजली के गंभीर संकट से आमजन-जीवन, उद्योग-धंधे व खेती-किसानी आदि बुरी तरह से प्रभावित, जो यह साबित करता है कि वहाँ की कांग्रेस सरकार आपसी गुटबाजी, खींचतान व टकराव आदि में उलझकर जनहित व जनकल्याण की ज़िम्मेदारी को तिलांजलि दे चुकी है, जिसका जनता को संज्ञान लेना ज़रूरी.”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा है, ”अतः पंजाब के बेहतर भविष्य व राज्य में वहाँ के लोगों की भलाई इसी में निहित है कि वे कांग्रेस पार्टी की सरकार से मुक्ति पाएं तथा आगामी विधानसभा आमचुनाव में शिरोमणि अकाली दल व बी.एस.पी. गठबंधन की पूर्ण बहुमत वाली लोकप्रिय सरकार बनाना सुनिश्चित करें, ऐसी मेरी सभी से गुज़ारिश.”
मायावती की यह टिप्पणी ऐसे में आई है जब पंजाब में सियासी खींचतान जारी है. पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के बीच रार पहले से छिड़ी हुई. इस बीच सिद्धू ने अपनी ही पार्टी पर निशाना साधा है. सियासी खींचतान और बिजली संकट के बीच यह बात सामने आई है कि सिद्धू ने खुद अपने घर का बिजली का बिल लंबे समय से नहीं चुकाया है. जानकारी के मुताबिक, नवजोत सिंह सिद्धू ने पिछले करीब नौ महीने से अपने घर का बिल नहीं भरा है. उनपर कुल 8 लाख, 67 हजार और 540 रुपये बकाया है.
बता दें कि उत्तर भारत में पिछले करीब एक हफ्ते से भीषण गर्मी पड़ रही है. इस बीच पंजाब में बिजली कटौती हो रही है, जिससे लोग परेशान हैं. इसी बीच पंजाब सरकार ने दफ्तरों में चल रहे एसी के कम और तय मात्रा में उपयोग की बात कही है. जिसके बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने इसे मुद्दा बना दिया. कांग्रेस में आपसी रार के बीच बिजली संकट को लेकर बयानबाजी के बीच विपक्ष ने भी कांग्रेस सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. इस बीच मायावती ने पंजाब सरकार पर निशाना साधते हुए लोगों से शिरोमणि अकाली दल व बी.एस.पी. गठबंधन को पूर्व बहुमत देने की अपील की है.