दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा और उपद्रव के मामले में बॉलीवुड एक्टर मनोज जोशी का बयान सामने आया है, एक्टर ने कहा कि दिल्ली में हिंसा और उपद्रव जानबूझकर सोची-समझी साजिश के तहत किया गया, उन्होने ट्विटर पर एक पोस्ट किया है, जिसमें कहा है कि संविधान और कानून के रक्षकों पर हमला मतलब देश की एकता और अस्मिता पर चोट, सोची-समझी साजिश के तहत गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश की राजधानी को जलाने की कोशिश बहुत ही शर्मनाक है, देश में छिपे गद्दारों का असली चेहरा मीडिया और प्रशासन को उजागर करना चाहिये।
मनोज जोशी के इस पोस्ट पर ढेरों कमेंट आने लगे, एक यूजर ने उन्हें जवाब देते हुए लिखा, ये सोची-समझी जासिश मौसा की ही हो सकती है, 65 दिनों से किसान शांति से धरना दे रहे थे, 60 से ज्यादा लोग ठंड में मर गये, उनके जानबूझकर खालिस्तानी बोला गया, अब उस बात को साबित करने के लिये ये सब करवाया मौसा ने, और दंगे करवाने का उनका रिकॉर्ड जगजाहिर है।
एक यूजर ने लिखा मान्यवर गृह मंत्री जी और आदरणीय प्रधानमंत्री जी को तुरंत इन आतंकवादियों पर कार्रवाई करनी पड़ेगी और जो भी किसान संगठनों ने परेड निकालने की मांग की थी, उन सब से जो भी नुकसान हुआ है, वो वसूल करना चाहिये, ऐसे संगठनों को तुरंत बैन करना चाहिये।
संविधान और क़ानून के रक्षकों पर हमला मतलब देश की एकता और अस्मिता पर चोट। सोची-समझी साज़िश के तहत गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश की राजधानी को जलाने की कोशिश बहुत ही शर्मनाक है। देश में छिपे ग़द्दारों का असली चेहरा मीडिया और प्रशासन को उजागर करना चाहिए।
— Manoj Joshi (@actormanojjoshi) January 26, 2021
एक यूजर ने लिखा, अगर आज के बाद भी योगेन्द्र यादव को जेल में नहीं डाला जाता, राकेश टिकैत का भूत नहीं उतारा जाता, अगर अब भी ये दिल्ली की सड़कें बंद करके धरने की नौटंकी चालू रखते हैं, तो इतिहास हमें कभी माफ नहीं करेगा, तो और यूजर ने लिखा, वो तो ये शुक्र मनाएं कि अभी देश में सरकार मोदी की है, जो इतना कर लिया, अगर किसी और कि सरकार होती, तो यहां लाशें बिछी मिलती, क्योंकि उन्हें किसी से कोई मतलब नहीं है, मोदी जानते हैं कि ये चाहे नकली किसान ही सही, लेकिन देश के नागरिक हैं।