नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी दिल्ली में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है। नतीजों से साफ है कि अरविंद केजरीवाल लगातार तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी को एक बार फिर प्रचंड बहुमत मिलने जा रहा है। भाजपा लगातार डबल डिजिट पर संघर्ष कर रही है। लगातार दूसरे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का खाता नहीं खुला है।
दिल्ली के लोगों ने केजरीवाल की फ्री बिजली, पानी, अच्छी स्कूली शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाएं पर मुहर लगाई। भाजपा भले ही शाहीन बाग का मुद्दा उठाकर चुनावी प्रचार की लड़ाई में वापस आ गई थी लेकिन यह मुद्दा बीजेपी के लिए वोटों में तब्दील होता नहीं दिखा।
26 जनवरी को गृहमंत्री अमित शाह ने बाबरपुर में आयोजित रैली में कहा था कि ईवीएम का बटन इतने गुस्से के साथ दबाना कि बटन यहां बाबरपुर में दबे, करंट शाहीन बाग के अंदर लगे। अमित शाह के इस बयान के बाद तो भाजपा के नेता इस मुद्दे को जोर शोर से उठाने लगे। मॉडल टाउन से चुनाव लड़ रहे कपिल मिश्रा ने भी अपने एक ट्वीट में शाहीन बाग को मिनी पाकिस्तान बताया था। हालांकि चुनाव आयोग ने इस पर सख्त रूख अपनाया और एक्शन भी लिया था।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदरपुर में कहा कि दिल्ली में बैठे केजरीवाल शाहीनबाग की घटना को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहे हैं। धारा 370 कश्मीर में खत्म होती है लेकिन पीड़ा पाकिस्तान को और केजरीवाल को होती है। पांच वर्ष में अरविंद केजरीवाल शुद्ध पानी नहीं दे पाए लेकिन मधुशाला जरूर खोल दी।
एक ओर जहां भाजपा नेता अपनी चुनावी सभा में शाहीन बाग, धारा 370 जैसी बातों का जिक्र कर रहे थे तो दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के नेता सिर्फ अपने काम के आधार पर वोट मांगते रहे। आप की तरफ से ट्वीट किया गया यह देश का पहला चुनाव है जो काम पर होगा। वोटिंग खत्म होने से पहले पार्टी ने ट्वीट किया इस चुनाव के बाद ये बात साफ हो जाएगा कि अब किसी नेता को चुनाव जीतना है तो उसे काम करना होगा, स्कूल बनाने होंगे, अस्पताल बनाने होंगे।
अरविंद केजरीवाल ने एक सभा में कहा कि यह 21वीं सदी का भारत है अब ये जाति-धर्म पर नहीं काम पर वोट देगा। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने कहा था दिल्ली ने पिछले पांच सालों में अपने स्कूलों, अस्पतालों, बिजली पानी के बिलों को बदलते देखा है। उसने जाना है कि नीयत ईमानदार हो तो तस्वीर बदली जा सकती है। दिल्ली के इस भरोसे को हम गारंटी से निभायेंगे, आप बस काम पर वोट दीजियेगा।
क्या है शाहीन बाग का मुद्दा :
नागरिकता संशोधन एक्ट के मसले पर दिल्ली के शाहीन बाग में लगभग दो महीने से प्रदर्शन चल रहा है। रास्ता पूरी तरह से बंद हैं। बड़ी संख्या में महिलाएं केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोले हुए हैं और सीएए को वापस लेने की मांग कर रही हैं।