नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब तक के रुझान से साफ है कि अरविंद केजरीवाल तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनों ने ही वोट पाने के लिए पूरा जोर लगा दिया था। मतदान से कुछ सप्ताह पहले भाजपा ने चुनाव प्रचार की आक्रामक नीति अपना ली थी। भाजपा ने कुछ नेता लगातार अरविंद केजरीवाल पर जुबानी हमला करते रहे।
28 जनवरी को पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश वर्मा पर आरोप लगा कि उन्होंने अरविंद केजरीवाल को आतंकवादी कहा। इस बयान पर चुनाव आयोग ने भी सख्त रूख अपनाया और प्रवेश को चुनाव प्रचार करने पर बैन लगा दिया। आम आदमी पार्टी ने प्रवेश वर्मा के इस बयान का तुरंत ही मुंह तोड़ जवाब दिया। राज्यसभा सांसद और दिल्ली चुनाव प्रभारी संजय सिंह ने पत्रकार वार्ता कर केजरीवाल को दिल्ली का बेटा बताया।
खुद केजरीवाल ने 02 फरवरी को ट्वीट कर कहा मेरे दिल्लीवासियों, आपका बेटा आतंकवादी नहीं है। आठ फरवरी को जवाब देना भाजपा वालों को…। अब नतीजे आने के साथ ही सजंय सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा कि दिल्ली के 2 करोड़ परिवार के लोगों ने यह बता दिया कि उनका बेटे आतंकवादी नहीं कट्टर देशभक्त है।
03 फरवरी को अरविंद केजरीवाल एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में पहुंचे थे। वहां एक सवाल के जवाब में केजरीवाल ने हनुमान चालीसा पढ़ी। इसके बाद तो बीजेपी के कई नेताओं ने इस पर भी रैलियों में कमेंट करना शुरू कर दिए। दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने छह फरवरी को एक वीडियो ट्वीट किया जिसमें लिखा देखिए, चुनावी हनुमान भक्त केजरीवाल का सच… जिन हाथों से जूते उतारे, उन्हीं हाथों से फेंकी बाबा पर फूलों की माला।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली में जब चुनावी रैली में पहुंचे तो उन्होंने तंज करते हुए कहा कि अभी तो केजरीवाल ने हनुमान चालीसा पढ़ी है देखते जाइए ओवैसी भी एक दिन चालीसा पढ़ेंगे।
भाजपा के इन तंजों का जवाब देते हुए केजरीवाल ने ट्वीट किया जब से मैंने एक टीवी चैनल पर हनुमान चालीसा पढ़ा है, भाजपा वाले लगातार मेरा मजाक उड़ा रहे हैं। कल में हनुमान मंदिर गया। आज भाजपा नेता यह कह रहे हैं कि मेरे जाने से मंदिर अशुद्ध हो गया। ये कैसी राजनीति है ? भगवान तो सभी के हैं। भगवान सभी को आर्शीवाद दें, भाजपा वालों को भी।
इसके अलावा एक ट्वीट उन्होंने पांच फरवरी को भी किया जिसमें लिखा- मेरे हनुमान चालीसा पढ़ने से भाजपा वालों को तकलीफ हो रही है। मैं चाहता हूँ वो भी हर रोज़ पढ़ें। उनको शांति मिलेगी और उनकी भाषा भी सुधरेगी।