पालघर। आर्थिक तंगी से गुजर रही एयरलाइंस कंपनी जेट एयरवेज के कर्मचारी आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे हैं. मुंबई में जेट के एक सीनियर टेक्निशियन ने शनिवार दोपहर को अपनी इमारत की छत से कूदकर खुदकुशी कर ली. कहा जा रहा है कि वह कैंसर की बीमारी और आर्थिक तंगी के चलते बेहद तनाव में थे. खुदकुशी करने वाले जेट एयरवेज कर्मचारी की पहचान शैलेश सिंह के रूप में हुई है. 45 साल के शैलेश ने पालघर के नालासोपारा ईस्ट इलाके स्थित 4 मंजिला इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली.
पेट के कैंसर से पीड़ित थे शैलेश
पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि मृतक की पहचान 45 साल के शैलेश कुमार सिंह के रूप में हुई है, जो पिछले तीन सालों से कैंसर से पीड़ित था. शुक्रवार को ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी. पदाधिकारियों ने दावा किया है कि जेट एयरवेज आर्थिक संकट के बाद यह उसके किसी कर्मचारी के खुदकुशी करने का पहला मामला है.
मौके पर नहीं मिला कोई सुसाइड नोट
पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि उन्हें अब तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. शैलेश सिंह के परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटे और दो बेटियां हैं. उनका एक बेटा जेट एयरवेज के संचालन विभाग में कार्यरत है, जिसे कंपनी में अस्थाई निलंबन के कारण कोई वेतन नहीं मिल रहा था. हालांकि पुलिस ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि वह अभी भी जेट एयरवेज कर्मचारी था.
इलाज के बाद भी बंद नहीं शैलेश का दर्द
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘शैलेश कुमार सिंह पिछले तीन सालों से कैंसर से पीड़ित थे. उन्हें पेट का कैंसर था. शुक्रवार को ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी. हालांकि इलाज के बाद भी उन्हें पेट में दर्द से राहत नहीं मिली. पेट में दर्द के कारण शैलेश काफी तनाव में थे. अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद भी उनका दर्द असहनीय था. डॉक्टरों ने उन्हें अधिक कीमोथेरेपी का सुझाव दिया था.’
खुदकुशी से पहले छत पर बैठे दिखे शैलेश
इसके बाद तनाव से ग्रसित शैलेश अपने कमरे से निकले और इमारत की छतों में से एक छत पर जा बैठे. वह आखिरी बार नालासोपारा ईस्ट स्थित ओसवाल नगरी के साईं पूजा अपार्टमेंट की छत पर बैठे दिखे. इस बीच, उन्हें देखने वाले लोगों ने नीचे आने की गुहार लगाई, लेकिन कुछ ही देर बाद शैलेश सिंह इमारत की छत से कूद गए. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, उन्हें एलायंस अस्पताल ले जाया गया था, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई थी
मामले की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘पिछले तीन महीनों से उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी. उन्होंने कीमोथेरेपी और अन्य उपचारों पर बहुत खर्च किया था. साथ ही, शैलेश का दर्द असहनीय हो रहा था, इसलिए वह तनाव में चले गए थे. प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि शैलेश ने तनाव के कारण आत्महत्या कर ली हो. उनके परिवार ने कहा है कि वह बिना वेतन के छुट्टी पर थे. हालांकि, किस वजह से शैलेश ने आत्महत्या की, यह अभी भी जांच का हिस्सा है.