लखनऊ। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल की संयुक्त चुनाव रैलियां चरणबद्ध तरीके से होली के बाद शुरू हो जाएंगी. पश्चिमी उत्तर प्रदेश से इन संयुक्त रैलियों की शुरूआत नवरात्र के पवित्र दिनों में होगी. पहली संयुक्त रैली सात अप्रैल को देवबंद में होगी जिसको बसपा प्रमुख मायावती, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजीत सिंह संबोधित करेंगे.
इस तरह की रैलियां पूरे राज्य में होंगी, जिसमें गठबंधन के नेता संयुक्त रूप से मंच साझा करेंगे. यह जानकारी सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने गुरुवार को ये दी.
चौधरी ने कहा कि सपा-बसपा-रालोद के गठबंधन से राजनीति में एक नई लहर पैदा हुई है. अखिलश यादव का मानना है कि विचारधारा पर आधारित इस गठबंधन के प्रति जनता में बढ़ते रूझान से भाजपा खेमे में घबराहट और बौखलाहट है.
उन्होंने कहा कि जनता हालांकि अब बीजेपी के बहकावे में आने वाली नहीं है. उसे भाजपा का पूरा चरित्र मालूम हो गया है इसलिए अब 2019 के चुनाव में नया प्रधानमंत्री और नई सरकार चुनने के दृढ़ संकल्प से मतदाता को कोई भी ताकत डिगा नहीं सकती है.