प्रयागराज।प्रयागराज में लगे कुंभ मेले में एक और बड़ा हादसा हुआ है. शनिवार सुबह संगम में श्रद्धालुओं से भरी एक नाव के डूबने की खबर है. बताया जा रहा है कि इस नाव में 12 लोग सवार थे. संगम में नाव के डूबने की जानकारी मिलते ही एनडीआरएफ और गोताखोरों की टीम मौके पर पहुंच चुकी है. एनडीआरएफ की टीम नाव की तलाश में जुटी हुई है.
सभी लोगों को निकाला सुरक्षित
मौके पर पहुंची गोताखोरों की टीम ने सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है. सभी लोगों को नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. कुंभ मेले के दौरान एक तरफ जहां राम मंदिर पर साधु संत मन की बात कर रहे हैं और इससे पहले राम मंदिर को लेकर दो धर्म संसद हो चुकी हैं. इस बीच प्रयागराज में यह हादसा हुआ है. हालांकि, इस साल कुंभ के लिए बड़े पैमाने सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं.
एनडीआरएफ अधिकारियों ने बताया कि त्रिवेणी संगम में श्रद्धालु से भरी एक नाव अचानक पलट गई. इस नाव में 12 लोग सवार थे. हादसे के तुरंत बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और सभी 12 लोगों को सुरक्षित पानी से बाहर निकाल लिया गया.
योगी सरकार दावा कर रही है कि इस बार भव्य अंदाज में कुंभ का आयोजन किया गया है. इसके लिए बड़ी रकम भी सरकार ने खर्च की है. साथ ही सुरक्षा व्यवस्था का भी खास ख्याल रखा गया है. हालांकि, कुंभ की शुरुआत से जनवरी महीने में ही कुंभ मेले में आगजनी की तीन घटनाएं हो चुकी हैं. इन घटनाओं में खास नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन व्यवस्था पर सवाल जरूर उठे.
आगजनी की पहली घटना 14 जनवरी को दिगंबर अखाड़े के शिविरों में हुई. यहां मेला परिसर के कई पंडाल जलकर खाक हो गए. 14 जनवरी को लगी इस आग का कराण सिलेंडर फटना निकल कर आया था. आग की इस घटना में भी किसी तरह की कोई जनहानि तो नहीं हुई, लेकिन साधुओं का सामान और रुपये खाक हो गए.
इसके बाद 16 जनवरी को स्वामी वासुदेवानंद के शिविर में आग लगी. शिविर में उस समय भंडारा चल रहा था. आग लगने से भंडारे का टेंट जलकर राख हो गया था. इसके तीन दिन बाद ही 19 जनवरी को मेले के सेक्टर-13 में सभा के पंडाल में अचानक आग लग गई. फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियों ने आग बुझाई. यह घटना शॉर्ट सर्किट के कारण हुई बताई गई.
आगजनी की इन घटनाओं के बाद शनिवार को नाव पलटने का मामला सामने आया. हालांकि, राहत बचाव की टीम ने मुस्तैदी दिखाते हुए हादसा होने से बचा लिया.