केंद्रीय वित्तमंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को अंतरिम बजट में पायरेसी (नकल) पर नियंत्रण के लिए सरकार द्वारा सिनेमैटोग्राफी एक्ट में एंटी कैमकॉर्डिग प्रावधान को शामिल किए जाने की घोषणा की. इसकी हिंदी फिल्म जगत के सदस्यों ने सरकार के इस फैसले की सराहना की. मोशन पिक्चर एसोसिएशन के प्रबंध-निदेशक उदय सिंह ने बताया, “बहुत सी फिल्में सिनेमाघरों से चोरी हो जाती है, इसलिए हम इस कदम की वास्तव में सराहना करते हैं.”
प्रावधान को एक ‘महत्वपूर्ण कदम’ करार देते हुए ‘वेल्कम’ और ‘मुबारकां’ जैसी फिल्मों का निर्देशन कर चुके अनीस बज्मी ने बताया कि एंटी कैमकॉर्डिग प्रावधान समय की जरूरत है, क्योंकि पायरेसी राजस्व की हानि के कारणों में से एक है. इससे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई में मदद मिलेगी.
प्रोड्यूसर गिल्ड ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सिद्धार्थ रॉय कपूर ने भी सहमति जताई कि भारत में पायरेसी हमेशा से एक बहुत बड़ी चिंता रही है. उन्होंने सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा, “एंटी कैमकॉर्डिग प्रावधान में संशोधन से सिनेमा घरों में फिल्म की अवैध रिकॉर्डिंग में कमी आएगी, जिससे फिल्म इंडस्ट्री की वृद्धि को समर्थन मिलेगा. साथ ही पायरेसी में कमी लाने की दिशा में एक लंबा रास्ता तय किया जाएगा.”
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्मकार उमंग कुमार ने भी कहा कि एंटी कैमकॉर्डिंग प्रावधान हमारे देश में फिल्म पायरेसी पर लगाम लगाने की ओर एक अच्छा कदम है.
उन्होंने कहा, “थिएटरों में फिल्म की अवैध रिकॉर्डिग और फिल्मिंग को प्रतिबंधित करने वाला एंटी कैमकॉर्डिंग प्रावधान निश्चित रूप से फिल्म पायरेसी को रोकने और उस पर नियंत्रण लगाने में मदद करेगा.”