ब्रेंडन मैक्कुलम ने इंटरनेशनल क्रिकेट से भले ही संन्यास ले लिया हो, लेकिन उनका प्रदर्शन अब भी टॉप लेवल का बना हुआ है. 37 साल के यह क्रिकेटर एक बार फिर मैदान पर अपने बेहतरीन प्रदर्शन के लिए चर्चा में है. मैक्कुलम ने यह प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया की टी20 लीग बिगबैश में किया.
न्यूजीलैंड के ब्रेंडन मैक्कुलम ने 24 फरवरी 2016 को इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. तब से वे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) और इस तरह की टी20 लीग में ही खेलते हैं. अभी वे बिग बैश लीग में ब्रिस्बेन हीट टीम के लिए खेल रहे हैं.
37 साल के मैक्कुलम बिग बैश के मौजूदा सेशन में ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं. वे इस टूर्नामेंट के चार मैचों में कुल 30 रन ही बना सके हैं. हालांकि, मैदान पर उनकी फील्डिंग देखते ही बनती है. उन्होंने मैदान पर ऐसा ही एक प्रयास शनिवार (5 जनवरी) को पर्थ स्कॉर्चर्स टीम के खिलाफ किया, जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है. ब्रिस्बेन हीट ने यह मैच 5 विकेट से जीता.
इस मैच के दौरान पर्थ स्कॉर्चर्स के ओपनर कैमरन बैनक्रॉफ्ट ने लॉन्ग ऑफ की दिशा में हवाई शॉट खेला. गेंद ब्रेंडन मैक्कुलम के पीछे की ओर गिरती लग रही थी. तभी अचानक मैक्कुलम ने हवा में ऊंची छलांग लगाई. वे गेंद को बाएं हाथ से लपकने में लगभग कामयाब भी हो गए थे, लेकिन आखिरी मौके पर उनका संतुलन बिगड़ गया. गेंद भले ही उनके हाथ से छिटक गई, लेकिन साथी क्रिकेटर, कॉमेंटटर से लेकर दर्शक तक उनकी इस कोशिश से हैरान रह गए (देखें वीडियो). हालांकि, दिलचस्प बात यह रही कि बाद में बैनक्रॉफ्ट का कैच मैक्कुलम ने ही लपका.
.@Bazmccullum talks us through his spectacular effort in the field last night! #BBL08 pic.twitter.com/XpGQcO7bH6
— cricket.com.au (@cricketcomau) January 6, 2019
गोलकीपर जैसी छलांग लगा रहे हैं मैक्कुलम
मैक्कुलम ने मैच के बाद बताया, ‘यह मैदान काफी बड़ा है. इसलिए मैं बाउंड्री से थोड़ा अंदर खड़ा था. मैंने गेंद को अपनी ओर आता देख पूरी ताकत से छलांग लगाई. एक समय लगा कि मैं पूरे नियंत्रण में हूं और कैच लपक चुका हूं, लेकिन अफसोस यह छूट गया.’ मैक्कुलम की इस कोशिश पर एक कॉमेंटेटर ने कहा कि वे ऐसी छलांग लगा रहे हैं, जैसे गोलकीपर हों. यह अद्भुत है.
टी20 मैच, फिर भी खाता 10वीं गेंद पर खुला
बॉल टैम्परिंग मामले में नौ महीने का बैन झेल चुके बैनक्रॉफ्ट ने इस मैच में 26 गेंदों पर 24 रन बनाए. उनकी धीमी बल्लेबाजी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वे नौ गेंद तक खाता भी नहीं खोल सके थे. बैनक्रॉफ्ट ने 10वीं गेंद पर दो रन लेकर खाता खोला. यह उनका बैन से वापसी के बाद तीसरा मैच था. वे पहले मैच में खाता नहीं खोल सके थे, जबकि दूसरे मैच में 19 रन बनाए थे.