लखनऊ। महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के गठबंधन से चल रही सरकार का फार्मूला दोहराने की उत्तर प्रदेश में भी कोशिश की जाएगी। एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार यूपी में सभी विपक्षी पार्टियों को एक मंच पर लाकर भाजपा के खिलाफ ताल ठोंकने की तैयारी कर रहे हैं। यूपी और केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ आंदोलन का खाका खींचने के लिए एनसीपी का राज्य प्रतिनिधि सम्मेलन 20 फरवरी को राजधानी के रवीन्द्रालय में दोपहर एक बजे से आयोजित किया जाएगा।
राज्य प्रतिनिधि सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को युवाओं, किसानों, महिलाओं और व्यापारियों के मुद्दों को गर्माने के लिए शरद पवार गुरुमंत्र देंगे। बैठक में एनसीपी के पैर यूपी में जमाने के लिए कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श किया जाएगा। एनसीपी के अध्यक्ष केके शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में एनसीपी के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल भी शामिल होंगे। सम्मेलन में महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक और जितेंद्र अहवाड़ भी शिरकत करेंगे। उन्होंने कहा कि यूपी में बेरोजगारी बढ़ रही है और लोगों में आपसी वैमनस्यता का भाव बढ़ाया जा रहा है। ऐसे में इसके खिलाफ व्यापक जनआंदोलन होगा।
बता दें कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार मराठा राजनीति में दमखम रखते हैं। अपनी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाकर उन्होंने इसे साबित भी कर दिया था। पिछले दिनों महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार बनाने की पिच तैयार करके उन्होंने एक बार फिर खुद की बादशाहत को साबित कर दिया था।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने जिस प्रकार से रणनीति बनाई वह काफी चर्चा में रही। शरद पवार के इस राजनीतिक कौशल का कई कांग्रेसी नेता भी लोहा मान रहे थे। शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने शरद पवार के राजनीतिक कौशल की तारीफ करते हुए कहा था कि उन्हें समझ पाने के लिए 100 बार जन्म लेना पड़ेगा।