मंगलवार देर रात भारत ने बड़ी मुश्किल से हॉंगकॉंग के खिलाफ अपना मैच जीता. हॉंगकॉंग की टीम जब बल्लेबाजी कर रही थी तो 35वें ओवर तक लगा ही नहीं कि भारतीय टीम मैच में कहीं है. सोशल मीडिया में चुटकुले शुरू हो गए थे कि भारतीय टीम नीली ड्रेस में है या लाल ड्रेस में. हॉंगकॉंग की टीम की जर्सी का रंग लाल है.
खैर, गिरते संभलते जिस तरह से भारतीय टीम ने मैच जीता है उससे फैंस के दिल में डर पैदा हो गया है. डर बड़ा स्वाभाविक भी है. जिस टीम को पाकिस्तान ने बड़ी आसानी से हरा दिया था उसे हराने में अगर टीम इंडिया के पसीन छूट गए तो आज यानी बुद्धवार को क्या होगा? आप जानते ही हैं कि आज एशिया कप का सबसे हाई वोल्टेज मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच खेला जाना है.
पाकिस्तान की टीम के खिलाफ भारतीय क्रिकेट फैंस के डर की कई वजहें हैं. उस डर को हॉंगकॉंग की टीम ने और बढ़ाया ही है. बशर्ते हॉंगकॉंग की टीम ने जो ‘शॉक’ दिया है उससे उबरकर टीम इंडिया नए जोश के साथ मैदान में उतरकर अपने फैंस के डर को दूर कर सकती है. टीम इंडिया ने पहले भी कई बार ऐसा किया है जब एक बार झटका खाने के बाद उसने मजबूत पलटवार किया है. आज उसी पलटवार की जरूरत है.
इतनी गलती की तो पाकिस्तान नहीं देगा मौका
अव्वल तो हॉंगकॉंग की टीम को जरूरत से ज्यादा हल्के में आंकना टीम इंडिया को भारी पड़ा. शिखर धवन को छोड़ दिया जाए तो किसी भी बल्लेबाज ने प्रभावित नहीं किया. अंबाती रायडू ने जो 60 रन बनाए वो उनके व्यक्तिगत रिकॉर्ड्स के लिए तो अच्छे हैं लेकिन टीम के लिहाज से उनकी उपयोगिता कम ही है. जिस पिच पर गेंदबाजों के लिए ज्यादा कुछ ना हो उस पर तीन सौ रनों से कम का स्कोर हमेशा खतरे की घंटी रहता है.
पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय टीम को इस बात को गांठ बांधना होगा. बल्लेबाजों में दिनेश कार्तिक और धोनी दोनों ने जिस तरह निराश किया उसकी पुनरावृत्ति घातक होगी. हालांकि इस बात की संभावना कम ही है कि दिनेश कार्तिक को प्लेइंग 11 में मौका मिलेगा. गेंदबाजी को लेकर भी बहुत सतर्क रहने की जरूरत है. खास तौर पर शुरूआती ओवरों में रोहित शर्मा को आक्रामकता दिखानी होगी. अगर पाकिस्तानी बल्लेबाजों को क्रीज पर टिकने का मौका मिल गया तो वो उस तरह की गलती नहीं करेंगे जैसी हॉंगकॉंग के बल्लेबाजों ने अनुभव की कमी के चलते की.
गेंदबाजी में शार्दूल ठाकुर प्लेइंग 11 में शामिल नहीं किए जाएंगे. हॉंगकॉंग के खिलाफ मामूली अंतर से मिली जीत का फायदा सिर्फ इतना है कि जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या और केएल राहुल तीनों ही खिलाड़ियों को आराम मिला है और वो पाकिस्तान के खिलाफ मैच में ‘फ्रेश’ रहेंगे. भूलना नहीं चाहिए कि पाकिस्तान की टीम के लिए दुबई ही घरेलू मैदान है. पिछले एक दशक में दुनिया की किसी भी टीम के मुकाबले पाकिस्तान ने यहां ज्यादा मैच खेले हैं. दुबई की गर्मी और दूसरी पारी में ‘फ्लडलाइट्स’ के बीच खेलना उनके लिए दूसरी टीमों के मुकाबले ज्यादा आसान है.
विराट कोहली की कमी को करना होगा पूरा
भारतीय बल्लेबाजों को जिसमें रोहित शर्मा और शिखर धवन का नाम सबसे आगे है मिलकर नियमित कप्तान विराट कोहली की कमी को दूर करना होगा. इन दोनों में से किसी बल्लेबाज को कम से कम चालीस ओवर तक क्रीज पर टिकना होगा. जिसके इर्द गिर्द टीम के बाकि बल्लेबाज प्रदर्शन करेंगे. पाकिस्तान की टीम के गेंदबाज जानते हैं कि भारतीय बल्लेबाजी विराट कोहली के इर्द गिर्द ही घूमती है. इसलिए उनके इस भ्रम को दूर करना बहुत जरूरी है.
पाकिस्तान की टीम वैसे भी एशिया कप में अपनी पेस बैटरी के भरोसे उतरी है. पाकिस्तानी गेंदबाज शुरूआत से ही टॉप ऑर्डर पर हमला बोलेंगे. उस हमले से बचना और टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी टॉप ऑर्डर और मिडिल ऑर्डर को ही उठानी होगी अगर मामला गेंदबाजों के बल्लेबाजी करने तक पहुंचा तो समझ लीजिए कि भारतीय बल्लेबाजी अभी विराट कोहली के बिना मैदान में उतरने के लिए तैयार नही है. एक बात और, कुलदीप यादव और यजुवेंद्र चहल का ‘ट्रंपकार्ड’ ही है जो टीम इंडिया के खेमे का फिलहाल सबसे सकारात्मक पहलू है.