आईपीएल 2019 में अंपायरिंग से जुड़ा एक और विवाद सामने आया है। मामला रॉयल चैलेजंर्स बेंगलुरु और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच मैच का है। बेंगलुरु में 4 मई को हुए इस मैच में हैदराबाद ने पहले बल्लेबाजी की। पारी के 20वें ओवर की आखिरी गेंद को अंपायर नाइजिल लॉन्ग ने नो-बॉल करार दिया। अंपायर के इस फैसले पर बेंगलुरु के कप्तान विराट कोहली और अन्य गेंदबाज भड़क गए। उनकी अंपायर से बहस हुई। बाद में लॉन्ग ने अपना गुस्सा अंपायर रूम के दरवाजे पर ठोकर मारकर उतारा, जिससे दरवाजा टूट गया था। हालांकि, लॉन्ग ने बाद में नुकसान की भरपाई कर दी। उन्होंने 5000 रुपये हर्जाना भी दिया।
कर्नाटक एसोसिएशन ने लॉन्ग के खिलाफ कार्रवाई की मांग की
घटना के बाद कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के सचिव आर सुधाकर राव ने बीसीसीआई की सीओए को ईमेल भेजकर लॉन्ग के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। बीसीसीआई के मुताबिक, केएससीए ने नाइजिल लॉन्ग से जुड़े मामले में एक ईमेल भेजा है। हालांकि, बोर्ड उन्हें 12 मई को होने वाले आईपीएल फाइनल के लिए लॉन्ग को अंपायरिंग से नहीं हटाएगा।
ये नो-बॉल नहीं थी
टीवी स्क्रीन पर साफ नजर आ रहा था कि गेंद फेंकते वक्त उमेश का पैर क्रीज के अंदर था। उमेश ने पहले अंपायर से इस बारे में बात की। इसके बाद विराट भी आ गए। अंपायर से उनकी बहस हुई। हालांकि, अंपायर अपने फैसले पर अडिग रहे और उमेश को फिर गेंद फेंकनी पड़ी।
दरवाजे पर निकाला गुस्सा
पारी खत्म होने के बाद खिलाड़ी ड्रेसिंग रूम और अंपायर अपने कमरे में जाते हैं। नाइजिल लॉन्ग अंपायर रूम में पहुंचे और गुस्से में दरवाजे पर इतनी जोर से ठोकर मारी कि वह टूट गया। हालांकि, लॉन्ग को अपनी गलती का अहसास था। मैच के बाद उन्हें कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन को पांच हजार रुपए का हर्जाना भी दिया।
एलीट पैनल के अंपायर हैं लॉन्ग
50 साल के नाइजिल लॉन्ग मूल रूप से इंग्लैंड के रहने वाले हैं। वे कई साल से आईसीसी के एलीट पैनल में शामिल हैं। वे वर्ल्ड कप में भी अंपायरिंग करने वाले हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कर्नाटक क्रिकेट एसोसिएशन ने घटना की रिपोर्ट बीसीसीआई को भेज दी है। वह इस मामले में आगे कार्रवाई कर सकता है। आईपीएल फाइनल में भी लॉन्ग अंपायरिंग करने वाले हैं। इस सीजन में राजस्थान रॉयल्स और बेंगलुरु के एक मैच के दौरान भी अंपायर और विराट कोहली की बहस हुई थी।