कानपुर/लखनऊ। डॉक्टर सिद्धार्थ चौधरी की पिटाई के आरोपों के बाद सुर्खियों में आए कानपुर के करौली बाबा संतोष सिंह भदौरिया पर एक और आरोप लगा है. झारखंड से इलाज कराने आए एक परिवार ने करौली आश्रम पर सवाल उठाया है. परिवार अपने छोटे बेटे का इलाज कराने के लिए करौली आश्रम आया था, लेकिन आश्रम से परिवार का मुखिया और बीमार बेटा ही गायब हो गया था.
हवन के अगले दिन लापता हुआ बेटा, अगले दिन पिता
25 जनवरी को परिवार की ओर से डेढ़ लाख रुपये खर्च करके हवन कराया गया. हवन के अगले दिन यानी 26 जनवरी को मानसिक रूप से कमजोर बेटा लापता हो गया. परिवार अभी उसे ढूंढ ही रहा था कि 27 जनवरी को परिवार के मुखिया ही लापता हो गए. इसके बाद परिवार की ओर से दोनों को खोजने का काम शुरू किया गया.
करीब 10 दिन बाद आश्रम से 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक गांव में मानसिक रूप से बीमार बेटा मिला. परिजनों उसे वापस ले आए, लेकिन पिता का कोई अता-पता नहीं लग सका. इसके बाद परिवार ने 9 फरवरी को कानपुर के विधनू पुलिस थाने में पिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी. दो महीने बाद भी पिता लापता हैं.
परिवार की तहरीर पर पुलिस ने शुरू की जांच
लापता पिता की तहरीर देने के बाद भी विधनू पुलिस थाने में मुकदमा नहीं दर्ज हुआ था. अब मामला बढ़ता देख बैकफुट पर आई कानपुर पुलिस ने जांच शुरू की है. आजतक से बात करते हुए कानपुर पुलिस के ज्वॉइंट कमिश्नर ने कहा कि गुमशुदगी और डॉक्टर की पिटाई की हम जांच कर रहे हैं, जिस-जिस से आवश्यकता होगी, उन सभी से पूछताछ करेंगे.
भक्त ने बाउंसर से पिटवाने का लगाया आरोप
आपको बता दें कि करौली आश्रम के बाबा संतोष सिंह भदौरिया पर उनके ही भक्त ने अपने साथ बुरी तरह मारपीट करने का आरोप लगाया है. बाबा संतोष सिंह भदौरिया के भक्त सिद्धार्थ चौधरी ने कहा कि कि वह यूट्यूब में करौली बाबा के बाबा संतोष के वीडियो बहुत देखते थे, उनसे प्रभावित होकर मैं अपने पिता और पत्नी के साथ नोएडा से उनके आश्रम में गया था.
डॉक्टर सिद्धार्थ चौधरी ने कहा था, ‘मैंने बाबा से कहा कि बाबा मैं परेशान रहता हूं तो उन्होंने माइक से फूंक कर कहा नमः शिवाय.. दो बार उन्होंने ऐसा कहा लेकिन मैंने कहा कि बाबा मुझे इससे कोई फायदा नहीं हुआ तो इससे वह नाराज हो गए, इसके बाद उन्होंने अपने बाउंसर उसे मुझे एक कमरे में भिजवा कर जमकर मारपीट करवाई.’
डॉ. सिद्धार्थ चौधरी के पिता डॉ. वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि नोएडा वापस आने के बाद कुछ दोस्तों ने उन्हें घटना के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने के लिए कहा, जिसके बाद करौली बाबा और उसके समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया. डॉ. वीरेंद्र ने आरोप लगाया है कि बाबा करौली खुद को किसान नेता बताता है और उसके ऊपर कई मुकदमे दर्ज है.
बाबा बोले- ये सनातन धर्म को बदनाम करने की साजिश
डॉ. वीरेंद्र ने कहा कि ऐसे फ्रॉड बाबाओं के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए ताकि सनातन संस्कृति बनी रहे. बेटे की पिटाई के बाद डॉ. वीरेंद्र सनातन संस्कृति को बचाने की अपील कर रहे हैं, जबकि खुद करौली बाबा उर्फ संतोष सिंह भदौरिया कह रहे हैं कि ये सनातन धर्म को नीचा दिखाने वाली साजिश है.