आपने एक वेब सीरीज देखी होगी…आश्रम…लगता है देश में आश्रम के नाम पर जपनाम वाले बाबा मार्केट में ट्रेंड पर हैं…कानपुर में ऐसे कौन से बाबा आ गए हैं जिनकी चर्चा जोरों पर है….कानपुर के इस बाबा ने इतना करामात कर दिया है कि…थाने में भी नाम दर्ज है….लेकिन अपराध की काली दुनिया के पाप को छिपाने के लिए बाबा करौली ने आश्रम का सहारा लिया…लेकिन बाबा का राज अब ये धीरे धीरे सामने आने लगा है…जिसके बाद पुलिस अब बाबा की गद्दी को उठाने वाली है…अगर आपको कानून के शिकंजे से बचना है तो बड़ा बनिए…वो काम करिए की पुलिस भी एक बार गिरफ्ता्री से पहले हजार बार सोचे…लेकिन अगर ये सब सुविधा चाहिए तो राजनीति या बिजनेसमैन बनना पड़ेगा..जो आसान नहीं…लेकिन मार्केट में बाबा बिजनेस और बाबा प्रवचन खूब चर्चा में है…नेतागिरी से ज्यादा सुरक्षित आजकर बाबागिरी है…..अभी बाबा बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री की लीला खत्म नहीं हुई है…लेकिन उससे पहले एक और बाबा की लीला चालू है…बाबा धीरेंद्र शास्त्री पर्ची में लिख बता देते हैं…किसलिए आए हो वो बता देते हैं….इस पर्ची और अर्जी के खेल ने बाबा बागेश्वर को कहां से कहां तक पहुंचा दिया…वहीं एक कानपुर के बाबा करौली सरकार भी आ दबके हैं….बाबा करौली सरकार का वैसे तो पूरा नाम संतोष भदौरिया है…लेकिन बाबा को संतोष में चुनौती सुनने का संतोष नहीं…बाबा करौली सरकार का इतिहास ऐसा है कि…वो आपकी हाईट भी बढ़ाने का दावा करते हैं…बाबा करौली चार कदम चलाएंगे और हाईट बढ़ा देते हैं….लेकिन बाबा की इस दुनिया की कहानी कहां से शुरू होती है….और बाबा कैसे इतना अपना साम्राज्य फैला बैठे…अब जाके बाबा के राज से धीरे धीरे खुलासा होने लगा है…
बाबा संदोष भदौरिया सिर्फ लंबाई ही नहीं बढ़ाते हैं….इलाज के नाम पर ऐसा ज्ञान दे देते हैं,…कि भक्त भी उनके भरोसे में आकर काफी नुकसान कर जाते हैं…लेकिन संतोष भदौरिया जो बाबा बनकर अपनी दुनिया को फैला रहा है…इसके पीछे एक बड़ी साजिश भी है…दरअसल बाबा की क्राइम कुंडली अब सामने आ चुकी है….
बाबा की पहले से है क्राइम कुंडली
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के बाद करौली धाम के बाबा संतोष चर्चा में हैं…..उन पर एक भक्त ने पिटवाने का आरोप लगाया है… इसका एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें बाबा और भक्त के बीच बहस हो रही है…. इसके बाद भक्त के साथ बाउंसर धक्कामुक्की करते नजर आ रहे हैं…. इस मामले में पुलिस आज करौली बाबा संतोष सिंह भदौरिया से पूछताछ करेगी….करौली बाबा संतोष सिंह भदौरिया पर कई आपराधिक आरोप लग चुके हैं….करौली बाबा के खिलाफ 1992-95 के बीच हत्या समेत कई आपराधिक मामले दर्ज हुए थे….14 अगस्त 1994 को तत्कालीन जिलाधिकारी दिनेश सिंह के आदेश पर संतोष भदौरिया पर रासुका की कार्रवाई की गई…
1992 में फजलगंज में हुई हत्या में आया था नाम
1992 में फजलगंज थाना क्षेत्र में शास्त्रीनगर निवासी अयोध्या प्रसाद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी….राज कुमार ने मामले में संतोष भदौरिया औऱ अन्य के खिलाफ केस दर्ज कराई थी….इसी दौरान उनका नाम सामने आया था… मामले में पुलिस ने उसे जेल भेज दिया. संतोष भदौरिया 27 मार्च 1993 को जमानत पर रिहा हुआ था….वहीं 7 अगस्त 1994 को तत्कालीन कोतवाली प्रभारी वेद पाल सिंह ने संतोष भदौरिया और उसके साथियों के खिलाफ गाली-गलौज, मारपीट, आपराधिक धाराओं में केस दर्ज कराई थी…इसके बाद 12 अगस्त 1994 को भी मुकदमा दर्ज हुआ था…
आश्र्म खोलने के पीछे छिपा अपराध
इसके बाद करौली बाबा संतोष सिंह भदौरिया पर आरोप लगा कि…बिधनू में भूदान पट्टा के सरकारी दस्तावेजों में हेरफेरी करके आश्रम खोल लिया….आश्रम खोलने के बाद मंत्र से बीमारी या किसी भी तरह के समस्या के समाधान का वीडियो यूट्यूब पर अपलोड करने लगे…करौली बाबा नाम के उनके यूट्यूब चैनल के 93 हजार सब्सक्राइबर हैं…और भक्तों की संख्या भी बढ़ती गई…यहां से बाबा ने अपराध को अपने इलाज से छिपा दिया…