नई दिल्ली। लॉकडाउन के चौथे चरण के बाद एक जून से चालू होने वाली नियमित ट्रेनों के लिए बृहस्पतिवार को टिकटों की बिक्री खुलते ही भीड़ उमड़ पड़ी। ऑनलाइन विंडो के खुलने के साथ जबरदस्त ट्रैफिक बढ़ गया, जिसके लिए रेल मंत्रालय इस बार पूरी तरह मुस्तैद था। कुल 101 ट्रेनों के टिकट के लिए शाम चार बजे तक 5.51 लाख यात्रियों के टिकट बुक हो गए थे।
रेल मंत्री ने किया ऐलान
वापसी के लिए भी टिकट करा रहे हैं लोग
रेलमंत्री गोयल ने सोशल मीडिया पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि महानगरों की ओर से छोटे शहरों व जिलों की ओर जाने के लिए ही टिकट बुक नहीं कराए जा रहे हैं, बल्कि टिकटों की ‘रिवर्स बुकिंग’ भी हो रही है। यानी लोग जाने के साथ वापसी के टिकट भी बुक किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा ‘उत्तर प्रदेश, बिहार और उड़ीसा जैसे राज्यों से वापसी के टिकट सबसे ज्यादा कराए जा रहे हैं।’
ट्रेनों की संख्या में होगी बढ़ोतरी, टिकट खिड़की से बुकिंग के लिए जारी होगा प्रोटोकाल
एक जून से देश के विभिन्न राज्यों के लिए एसी और नान एसी कुल 200 ट्रेनों के चलाने का फैसला किया गया है। रेलमंत्री कहा कि जल्दी ही ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी। गोयल ने कहा कि रेल यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखते हुए जल्दी ही अगले दो तीन दिनों में नये प्रोटोकाल के आधार पर कुछ रेलवे स्टेशनों पर टिकट खिड़की से टिकट बुकिंग की सुविधा दी जाएगी। इससे सुदूर क्षेत्रों में जिन लोगों के पास कंप्युटर अथवा मोबाइल ऐप जैसी सुविधा नहीं है, उनको ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया जा रहा है।
प्लेटफार्मों पर चलने वाली दुकानों व स्टालों को खोला गया
सीएससी के सीईओ डीसी त्यागी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत स्तर पर खोले गए इन केंद्रों के के सॉफ्टवेयर में आइआरसीटीसी का लिंक पहले से ही है। भारतीय रेलवे की अनुमति के बाद रिजर्वेशन तत्काल प्रभाव से चालू हो जाएगा। हालात को सामान्य बनाने के उद्देश्य से रेलवे बढ़ चढ़कर प्रयास कर रहा है। इसी के तहत सभी रेलवे स्टेशनों के प्लेटफार्मों पर चलने वाली दुकानों व स्टालों को तत्काल प्रभाव से खोल दिया गया है।
अभी तक 101 ट्रेनों की बुकिंग शुरू की गई
हालांकि जिन राज्यों में कोरोना का प्रभाव अधिक है, वहां जाने वाली ट्रेनों के टिकट की बुकिंग चालू नहीं की गई है। लेकिन जल्दी ही ऐसे राज्यों की हालत में सुधार के साथ ही वहां के लिए टिकटों की बिक्री खोल दी जाएगी। यही वजह है कि अभी तक केवल 101 ट्रेनों के लिए टिकटों की बुकिंग चालू की गई है। रेल मंत्री गोयल ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों को उनके घर वापसी के लिए अब तक 2050 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया है, जिनसे कुल 30 लाख से भी अधिक लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचा दिया गया है। राज्यों की सहमति के आधार पर श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन जारी रहेगा।