मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के पीछे कथित तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ बताया जा रहा है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग पिछले काफी समय से देश भर में संगीन वारदातों को अंजाम दे रहा है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग अब दाऊद इब्राहिम की राह पर है। एनआईए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसकी गैंग के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। एनआईए ने टेरर केस में आरोप पत्र दाखिल किया है। इसमें एनआईए की तरफ से कई खुलासे भी किए गए हैं।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने चार्जशीट में कहा कि लॉरेंस बिश्नोई और उसका आतंकी सिंडिकेट काफी तेजी से बढ़ रहा है। दाऊद इब्राहिम ने 90 के दशक में छोटे-मोटे क्राइम से ही अपने नेटवर्क को ऊंचाइयों पर पहुंचाया था। वह कई तरह के मामलों में संलिप्त था। इसमें ड्रग तस्करी, टारगेट किलिंग, जबरन वसूली रैकेट शामिल है। बाद में उसने डी-कंपनी को खड़ा किया। वहीं दाऊद इब्राहिम और डी कंपनी की तरह पहले बिश्नोई गैंग ने अपनी शुरुआत छोटे-मोटे क्राइम के जरिये ही की। फिर उसने अपना खुद का गैंग खड़ा कर दिया और अब बिश्नोई गैंग ने उत्तर भारत पर कब्जा कर लिया है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने अपनी चार्जशीट में कहा कि इस गैंग में 100-200 नहीं बल्कि 700 शूटर्स हैं। इसमें से करीब 300 तो अकेले पंजाब से ही हैं। अपने गैंग का प्रचार करने के लिए उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स इंस्टाग्राम, यूट्यूब और फेसबुक का सहारा लिया। अब साल 2020-21 की बात की जाए तो गैंग ने रंगदारी के जरिये काफी पैसा कमाया और ये पैसा हवाला के जरिये विदेशों में भी पहुंचा दिया।
बिश्नोई गैंग का नेटवर्क कई देशों में फैला
बिश्नोई गैंग का साम्राज्य पहले केवल पंजाब तक ही सीमित था। लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने इसको विस्तार देना शुरू किया। अपने चालाक दिमाग की वजह से उसने अपने करीबी गोल्डी बराड़ के साथ में हाथ मिलाया और एक बड़ा गैंग खड़ा कर लिया। अब बिश्नोई गैंग केवल पंजाब ही नहीं बल्कि पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान और झारखंड तक में फैल चुका है। इसकी पकड़ विदेशों तक भी होने लगी है। यह रूस, अमेरिका, पुर्तगाल, यूएई और अजरबैजान तक फैल चुका है।
कौन ऑपरेट करता है गैंग
अब गैंग को ऑपरेट करने की बात करें तो रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोल्डी बरार कनाडा, पंजाब और दिल्ली में गैंग की देखरेख करता है। रोहित गोदारा राजस्थान, मध्य प्रदेश और अमेरिका में गिरोहों की कमान संभालता है। अनमोल बिश्नोई पुर्तगाल, अमेरिका, दिल्ली-एनसीआर, महाराष्ट्र, बिहार और पश्चिम बंगाल का प्रभारी हैं। वहीं, काला जठेड़ी हरियाणा और उत्तराखंड में गैंग को ऑपरेट करता है। सख्ती से कहें तो पूरा गिरोह सीधे साबरमती जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई को रिपोर्ट करता है। इस गैंग में युवाओं को दूसरे देशों में नौकरी का झांसा देकर भर्ती करवाया जाता है।