लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और झटका लगा है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रोहन गुप्ता ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। हाल ही में उन्होंने अहमदाबाद पूर्व सीट से लोकसभा उम्मीदवारी वापस ली थी। अपने इस्तीफे में रोहन गुप्ता ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। रोहन ने कहा कि उनके पिता के साथ पार्टी ने विश्वासघात किया। उनके साथ ही ऐसा ही किया जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजी चिट्ठी में उन्होंने कांग्रेस के एक वामपंथी विचारधारा वाले नेता को जिम्मेदार करार दिया है।
मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखी चिट्ठी में रोहन गुप्ता ने कहा कि पिछले तीन दिन से मैं अपने पिता के खराब स्वास्थ्य की परेशानी से जूझ रहा हूं। मेरे पिता ने कांग्रेस के लिए 40 साल दिए हैं। उनके साथ पार्टी ने किस तरह का सलूक किया है। उन्होंने उसे बयां किया है। उनके आंसु थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। रोहन गुप्ता ने कहा कि मैं नहीं चाहता हूं कि कांग्रेस में रहकर पिता की तरह अपने नेताओं के विश्वासघात की कीमत चुकाऊं।
रोहन गुप्ता ने अपनी उम्मीदवारी वापस लेने का भी चिट्ठी में जिक्र करते हुए कहा कि मैंने अपनी उम्मीदवारी वापस लेने का अपने जीवन का सबसे कठिन निर्णय लिया। अब मैं पार्टी के कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट से जुड़े नेता द्वारा लगातार अपमान और चरित्र हनन के कारण पिछले 15 सालों तक पार्टी की सेवा करने के बाद पार्टी छोड़ने का एक और सबसे कठिन निर्णय ले रहा हूं।
लोकसभा की लौटाई थी टिकट
रोहन गुप्ता को कांग्रेस ने गुजरात की अहमदाबाद पूर्व लोकसभा सीट से लोकसभा का टिकट दिया था। उन्होंने लोकसभा टिकट लौटाते हुए इसके पीछे पिता के खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया था। 12 मार्च को पार्टी ने उनके नाम का ऐलान किया था। कांग्रेस ने रोहन गुप्ता को उम्मीदवार बनाया तो उनके पिता राजकुमार गुप्ता ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। रोहन गुप्ता ने अपने इस्तीफे के पीछे कांग्रेस के ही एक वरिष्ठ नेता पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।