लखनऊ। SDM ज्योति मौर्य केस में महोबा के होमगार्ड जिला कमांडेंट मनीष दुबे का भी नाम उछला है. ज्योति मौर्य से रिश्तों को लेकर होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे पर लगे गंभीर आरोपों की जांच पूरी हो गई है. जिसमें वह दोषी पाए गए हैं. अब उनके निलंबन की सिफारिश की गई है. बता दें, तीन सप्ताह से यह प्रकरण इंटरनेट मीडिया पर भी सुर्खियों में है.
किन मामलों में मनीष दुबे को पाया गया दोषी
जानकारी के अनुसार, जांच में मनीष दुबे के तीन मामलों का जिक्र किया गया है. पहला एसडीएम ज्योति मौर्य के साथ उनके संबंध और जिसकी वजह से विभाग की धूमिल हुई छवि है. दूसरा मामला अमरोहा जिले का है. बताया जा रहा है कि मनीष दुबे के खिलाफ अमरोहा में एक महिला होमगार्ड ने भी आरोप लगाया था.
जांच रिपोर्ट में तीसरी शिकायत में मनीष दुबे की पत्नी का भी जिक्र किया गया है. जिसमें मनीष दुबे की पत्नी ने जांच के दौरान लिखित बयान देकर आरोप लगाया कि शादी के बाद मनीष दुबे अब उससे 80 लाख रुपए दहेज मांग रहे हैं.
ज्योति मौर्य ने बयान देने से किया इनकार
बता दें कि इस मामले में जांच के दौरान पहले एसडीएम ज्योति मौर्य को तलब किया गया तो उन्होंने कोई भी बयान देने से इनकार किया. लेकिन बाद में डीआईजी होमगार्ड संतोष सिंह को लिखित बयान देते हुए कहा कि उनके पति आलोक मौर्य से उनका विवाद चल रहा है, जिसकी उन्होंने प्रयागराज के धूमनगंज थाने में एफआईआर दर्ज करवा दी है. मामला कोर्ट में लंबित है. उनको जो कुछ कहना होगा कोर्ट में कहेंगी.
वहीं, दूसरी तरफ मनीष दुबे की पत्नी ने भी शुरुआत में अपना निजी मामला बताकर कुछ भी बयान देने से इनकार किया लेकिन बाद में मनीष दुबे की पत्नी की तरफ से भी दो पेज का लिखित बयान डीआईजी संतोष सिंह को दिया गया, जिसमें मनीष दुबे की पत्नी ने शादी के बाद दहेज मांगने का आरोप लगाया है.
अब शासन जांच रिपोर्ट के आधार पर मनीष दुबे पर कार्रवाई तय करेगा. लेकिन माना जा रहा है कि शासन मनीष दुबे को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई के आदेश देगा.