पिछले एक साल से यूक्रेन के साथ युद्ध लड़ रही रूस की सेना ने बगावत कर दी है। रूस के प्रभावशाली सैन्य ठेकेदार वैगनर ग्रुप के मालिक येवगेनी प्रिगोझिन ने रूसी रक्षा मंत्री को हटाने के लिए सशस्त्र विद्रोह का आह्वान किया। रक्षा मंत्रालय ने प्रिगोझिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वैगनर ग्रुप के सैनिकों ने रोस्तोव शहर पर कब्जा कर लिया है। किसी ने उन्हें रोकने की कोशिश नहीं की।
रूस की फेडरल सिक्योरिटी सर्विस (FSB) की नेशनल एंटी टेरेरिज्म कमेटी (NATC) ने सैनिकों से अपील की है कि वे प्रिगोझिन के आदेश मानने से इनकार कर दें। एफएसबी ने प्रिगोझिन की बगावत को रूसी सेना की पीठ में छुरा घोंपने जैसा बताया है। राष्ट्रपति व्लाडिमीर पुतिन को इसके बारे में जानकारी दे दी गई है।
Rostov right now#Russia #Wagner #Putin #WagnerGroup #RussiaIsCollapsing #Kremlin #Moscow #RussianCoup #Shoigu #Donbass pic.twitter.com/Z23tNs0LCE
— SG NEWS (@Gadhwara27) June 24, 2023
रूस ने इस खतरे को बेहद गंभीरता से लिया है। राजधानी मॉस्को और दक्षिणी क्षेत्र के लिए रूसी सैन्य मुख्यालय रोस्तोव-ऑन-डॉन में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सड़कों पर स्नाइपर्स को तैनात कर दिया है। इसके अलावा, मास्को एवं रोस्तोव की सड़कों पर टैंक आदि गश्त कर रहे हैं। अगर प्रिगोझिन गिरफ्तार हो जाते हैं, उन्हें 20 साल तक की सजा हो सकती है।
प्रिगोझिन ने शनिवार (24 जून 2023) को तड़के दावा किया कि उनकी सेनाएँ यूक्रेन से रूस में प्रवेश कर चुकी हैं और रोस्तोव तक पहुँच गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें चौकियों पर युवा सिपाहियों के किसी प्रतिरोध का सामना नहीं करना पड़ा। बता चलें कि रोस्तोव मुख्यालय वाली दक्षिणी क्षेत्र कमान यूक्रेन युद्ध की अगुवाई कर रही है।
There is a large Wagner Group column heading toward the Voronezh region, in the direction of Moscow#Moscow #RussiaIsCollapsing #russia #RussianCivilWar
— Crime With Bobby (@crimewithbobby) June 24, 2023
प्रिगोझिन ने यह भी दावा किया कि रूसी जनरल स्टाफ के प्रमुख जनरल वालेरी गेरासिमोव ने वैगनर के काफिले पर हमला करने के लिए युद्धक विमानों को भेजा। बताते चले कि प्रोगोझिन के दावों की पुष्टि नहीं हुई है। हालाँकि, सामने आए वीडियो में टैंक सहित बख्तरबंद वाहन सड़कों पर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि वे वैगनर थे या सैन्य कमान के।
प्रिगोझिन ने कहा कि रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु के साथ बैठक के बाद गेरासिमोव के आदेश पर यूक्रेन में वैगनर फील्ड शिविरों पर रॉकेट, हेलीकॉप्टर गनशिप और तोपखाने हमला किया गया था। ये हमले वैगनर को नष्ट करने के उद्देश्य से किए गए थे।
वैगनर सेना ने यूक्रेन में रूस के युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसने बखमुत शहर पर कब्ज़ा करने में सफलता हासिल की है, जहाँ सबसे खूनी और सबसे लंबी लड़ाई हुई है। हालाँकि, प्रिगोझिन ने रूस के सैन्य अधिकारियों की आलोचना करते हुए उस पर अक्षमता और अपने सैनिकों को हथियारों और गोला-बारूद से वंचित करने का आरोप लगाया है।
Latest: Putin’s Private Army Wagner PMC Group has announced that they have Captured the Southern Military District Headquarters within the City of Rostov-on-Don in the Rostov Region of Southwestern Russia. pic.twitter.com/cyk9BD8Qc7
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) June 24, 2023
प्रिगोझिन का रक्षा मंत्रालय के साथ विवाद वर्षों पुराना है। उन्होंने कहा कि उनकी कमान में 25,000 सैनिक हैं और उनके सैनिक सशस्त्र विद्रोह में रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु को दंडित करेंगे। उन्होंने रूस की सेना से प्रतिरोध नहीं करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा, “यह सैन्य तख्तापलट नहीं है, बल्कि न्याय का मार्च है।”
रूस की सरकार ने इसे विद्रोह माना है। रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि पुतिन को स्थिति के बारे में सूचित किया गया था और सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे थे। मॉस्को के मेयर ने शनिवार सुबह घोषणा की कि आतंकवाद विरोधी उपाय चल रहे हैं। इसलिए लोग सड़कों आना या किसी कार्यक्रम के आयोजन को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
रूसी रक्षा मंत्रालय के उस आदेश को प्रिगोझिन ने मानने से इनकार कर दिया था, जिसमें कहा गया था कि सैन्य ठेकेदार 1 जुलाई से पहले मंत्रालय के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर करें। शुक्रवार देर रात एक बयान में उन्होंने कहा कि वह समझौता करने के लिए तैयार थे, लेकिन उन्होंने विश्वासघात किया।
BREAKING: Footage of Wagner Group forces arriving at military headquarters in Rostov, Russia.pic.twitter.com/yRzi0PAfsj
— The Spectator Index (@spectatorindex) June 24, 2023
प्रिगोझिन ने कहा, “उन्होंने हमारे पीछे के शिविरों पर रॉकेट हमला किया और बड़ी संख्या में हमारे साथी मारे गए। हमले का निर्देश देने के लिए शोइगु व्यक्तिगत रूप से रोस्तोव-ऑन-डॉन में रूसी सैन्य मुख्यालय गए और फिर वहाँ से कायरतापूर्ण ढंग से भाग गए। देश के सैन्य नेतृत्व द्वारा की जा रही बुराई को रोका जाना चाहिए।” हालाँकि, रक्षा मंत्रालय ने प्रिगोझिन के दावों का खंडन किया।
रूसी सेना के वरिष्ठ अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल व्लादिमीर अलेक्सेयेव ने प्रिगोझिन के कदम को पागलपन बताया और कहा कि इससे देश में गृह युद्ध का खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने कहा, “यह देश और राष्ट्रपति की पीठ में छुरा घोंपने जैसा है। …इस तरह की उकसावे की कार्रवाई केवल रूस के दुश्मन ही कर सकते हैं।”