कर्नाटक में सिद्धारमैया सरकार में कैबिनेट मंत्री एन चेलुवरैया स्वामी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि कांग्रेस का पांच गारंटी (5जी) वाला वादा केवल चुनावी हथकंडा था। स्वामी ने कहा कि हमें चुनाव जीतने के लिए इस तरह की सस्ती लोकप्रियता की जरूरत थी, चाहे हम इसे स्वीकार करें या नहीं करें। कृषि मंत्री ने कहा कि ये हथकंडे समाज के लिए कुछ करने की शक्ति हासिल करने के लिए अपरिहार्य हैं। उन्होंने कहा कि कहीं न कहीं हमारे लिए सत्ता हासिल करना जरूरी हो गया है। जब तक हम सत्ता में नहीं आएंगे, हम लोगों के लिए कुछ नहीं कर पाएंगे।
‘गारंटी’ मुफ्त उपहार नहीं हैं, बोले कर्नाटक के गृह मंत्री
वहीं, कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस ने लोगों को जो गारंटी देने का वादा किया था, वे ”मुफ्त उपहार’ नहीं हैं और इन योजनाओं का उद्देश्य गरीबों एवं समाज के दबे-कुचले लोगों को सशक्त बनाना है। परमेश्वर ने यहां जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बहुत ध्यान से अध्ययन करके और पूरी जिम्मेदारी के साथ गारंटी देने का वादा किया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है, जो गरीबों और मध्यम वर्ग के हित के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि लोग कांग्रेस को बड़ी संख्या में वोट करके सत्ता में लाए और उनके विश्वास की रक्षा की जानी चाहिए। परमेश्वर ने कहा कि सरकार बजट में आवश्यक निधि आवंटित करने के बाद इन कार्यक्रमों को लागू करने के लिए एक प्रणाली बनाएगी।
तीन सीटों के लिए उपचुनाव 30 जून को
निर्वाचन आयोग कर्नाटक विधान परिषद की तीन सीटों पर 30 जून को उपचुनाव कराएगा। ये सीटें हाल में हुए विधानसभा चुनाव लड़ने वाले सदस्यों के इस्तीफे के कारण खाली हुई हैं। आयोग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि बाबूराव चिंचनसुर, आर शंकर और लक्ष्मण सावदी के इस्तीफों के कारण विधान परिषद की सीटें खाली हुई हैं। तीनों ने विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन सिर्फ सावदी जीते सके, जबकि गुरमीतकाल से कांग्रेस के उम्मीदवार चिंचनसुर और रानीबेन्नूर से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के उम्मीदवार आर शंकर हार गए। अधिसूचना 13 जून को जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 जून है। नामांकन पत्रों की जांच 21 जून को होगी जबकि नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख 23 जून है। मतदान 30 जून को सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा जिसमें विधानसभा के सदस्य हिस्सा लेंगे।