उमेश पाल हत्याकांड में यूपी पुलिस माफिया अतीक अहमद को साबरमती जेल से वापस सड़क के रास्ते प्रयागराज ला रही है. इस बार भी अतीक अहमद को उसी रूट से लाया जा रहा है. साबरमती जेल से राजस्थान के उदयपुर, मध्यप्रदेश के शिवपुर होते हुए झांसी के रास्ते प्रयागराज लाया जाएगा. जैसे ही अतीक का काफिला देर रात को राजस्थान के डाबी थाना बूंदी में रोका गया तो वह वैन से नीचे उतरा. इसके बाद जब वह वैन में सवार हुआ तो उसने मीडिया से बात की और कहा कि उसका परिवार पूरी तरह बर्बाद हो चुका है.
परिवार को मिट्टी में मिलाया
शिवपुरी पहुंचने पर अतीक अहमद ने कहा, ‘आप लोगों का शुक्रिया,आप लोगों की वजह से हिफाजत है.’ जब इंडिया टुडे ने अतीक से सवाल किया, ‘कल तक आप दबंगई कर रहे थे तो डर नहीं लग रहा था, आप पर 100 से ज्यादा मामले दर्ज है. अब क्यों डर रहे हो?’ यह सवाल सुनकर अतीक चुप हो गया और उसने कोई जवाब नहीं दिया. अतीक ने कहा, ‘हमारे परिवार को मिट्टी में मिला दिया, अब रगड़े ही जा रहा है.’
खौफ में दिखा ‘डॉन’
अतीक को पहले लाने वाली पुलिस टीम ही इस बार भी भेजी गई है. पुलिस की टीम में प्रभारी निरीक्षक और 30 कॉन्स्टेबल मौजूद हैं. इसके अलावा एक जीप और दो बंदी रक्षक वाहन भी भेजा गया है. अतीक अहमद को प्रयागराज पुलिस उमेश पाल हत्याकांड में अब आरोपी बना चुकी है. एक बार फिर उमेश पाल हत्याकांड के मास्टरमाइंड की आंखों में खौफ दिखाई दे रहा है और जुबां पर दहशत… जैसा पिछली बार दिखा था. अतीक ने जेल से निकलते ही कहा था कि कोर्ट के कंधे पर रखकर मुझे मारना चाहते हैं.
शाम तक पहुंचेगा प्रयागराज
माना जा रहा है बुधवार शाम करीब 6 बजे यह काफिला प्रयागराज पहुंच सकता है. प्रयागराज की कोर्ट में अतीक अहमद को उमेश पाल हत्याकांड मामले में पेश किया जाएगा. बता दें कि 16 दिन पहले भी राजू पाल हत्याकांड मामले में अतीक अहमद को अहमदाबाद की साबरमती जेल से 1300 किलोमीटर दूर प्रयागराज रोड के रास्ते ले जाया गया था.
उपमुख्यमंत्री का बयान
यूपी उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने अतीक अहमद मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम न्यायालय के निर्णय का पालन कर रहे हैं आदेश के अनुसार आगे बढ़ रहे हैं और उसे लाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह तथ्य सही है कि सभी अपराधियों के खिलाफ हम कड़ी कार्रवाई अदालत के जरिए कर रहे हैं.उन्होंने कहा, ‘यूपी में अपराधियों में भय है जनता भयमुक्त है, अभियोजन पक्ष को मजबूती के साथ रहने को कहा गया है, संगठित माफियाओं को ध्वस्त कर रहे हैं और जो क्रिमिनल एक्टिविटी में लिप्त है उन पर शिकंजा कसा जा रहा है.’
24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या
प्रयागराज में 24 फरवरी को दिनदहाड़े राजूपाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल जब अपने घर जा रहे थे, तब गली के बाहर कार से निकलते वक्त उन पर शूटरों ने फायरिंग कर दी थी. इस दौरान बम भी फेंके गए थे. इस हमले में उमेश पाल और उनके दो गनर्स की मौत हो गई थी. उमेश पाल और उनके दो गनर्स की मौत हो गई थी. उमेश पाल की पत्नी ने इस मामले में अतीक, उसके भाई अशरफ समेत 9 लोगों पर मामला दर्ज कराया है. पुलिस इस मामले में असद समेत 5 शूटरों की तलाश में जुटी है.