कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मुश्किलें दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही हैं। गुरुवार को सूरत की एक अदालत ने एक आपराधिक मानहानि केस में राहुल को दोषी ठहराया था। कोर्ट ने राहुल को दो साल की सजा सुनाई और उनपर 15 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया था। कोर्ट के इस फैसले के ठीक एक दिन बाद राहुल गांधी को एक और बड़ा झटका लगा। लोकसभा सचिवालय ने शुक्रवार को एक नोटिफिकेशन जारी करते हुए राहुल की लोकसभा की सदस्यता भी रद्द कर दी। ऐसे में झारखंड की राजधानी में कुछ ऐसा हुआ जिससे राहुल की टेंशन और बढ़ सकती है। प्रदीप मोदी नाम के एक वकील ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का एक केस किया था। प्रदीप मोदी उस परिवार से आते हैं जिस परिवार ने कांग्रेस पार्टी को जमीन दान में दिया था। आइए समझते हैं पूरा मामला…
प्रदीप मोदी ने राहुल गांधी के खिलाफ सिर्फ उनके बयान को लेकर ही केस नहीं किया था। दरअसल, प्रदीप मोदी उस परिवार से ताल्लुक रखते हैं जिस परिवार ने झारखंड में कांग्रेस पार्टी को जमीन दान दी थी। प्रदीप मोदी के पूर्वजों ने जिस जमीन को कांग्रेस पार्टी को दान दिया था उसी जमीन पर आज कांग्रेस का मुख्यालय बना हुआ है। यह जमीन रांची के अपस्केल अपर बाजार इलाके में है। ऐसे में राहुल गांधी ने रांची में बयान दिया था कि सभी मोदी चोर हैं। अब प्रदीप मोदी चाहते हैं कि उनके केस की सुनवाई कोर्ट जल्द से जल्द करे।
प्रदीप मोदी ने कहा, वह किसी भी राजनीतिक दल से नहीं जुड़े हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ उनके पास पुख्ता सबूत हैं। उन्होंने कहा, राहुल गांधी ने 3 मार्च, 2019 को एक रैली में यह विवादित बयान दिया था। राहुल गांधी ने देश के अन्य हिस्सों में वही भाषण दोहराया। इसे लेकर कोर्ट में मैंने सभी सबूत दिए हैं।