‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख और खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह पंजाब पुलिस की कार्रवाई से चौतरफा घिरा नजर आ रहा है. इस बीच, पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस को अमृतपाल के घर से कुछ जैकेट मिली हैं. ये जैकेट आनंदपुर खालसा फोर्स की हैं. पुलिस का कहना है कि अमृतपाल ने आनंदपुर खालसा फोर्स (AKF) बनाने की तैयारी कर ली थी. उसके घर और साथियों से बरामद हथियारों पर भी AKF लिखा मिला है. यानी इस बात के पुख्ता सबूत हाथ लगे हैं कि अमृतपाल सिंह आनंदपुर खालसा फोर्स नाम से प्राइवेट आर्मी बना रहा था. पुलिस ने अमृतपाल सिंह का ISI से कनेक्शन भी होने का दावा किया है.
100 से ज्यादा कारतूस बरामद हुए
अमृतसर ग्रामीण के एसएसपी सतिंदर सिंह ने बताया कि अमृतपाल के एक करीबी के कब्जे से 100 से ज्यादा अवैध कारतूस बरामद हुए हैं. पुलिस ने उससे पूछताछ की है. उसने बताया कि उसे यह कारतूस अमृतपाल ने दिलाए थे. इस मामले में पुलिस ने अमृतपाल और उसके 7 सहयोगियों पर आर्म्स एक्ट के तहत FIR दर्ज की है.
अमृतपाल पर हो सकती है NSA की कार्रवाई
वहीं, इस मामले में केंद्र सरकार और जांच एजेंसियां भी अलर्ट मोड़ पर हैं. केंद्र द्वारा अमृतपाल के मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपने की संभावना है. सूत्रों ने बताया कि अमृतपाल पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत केस दर्ज किया जा सकता है. इससे पहले पुलिस ने राज्यव्यापी ऑपरेशन के बीच अमृतपाल को भगोड़ा घोषित कर दिया है. अमृतपाल फरार चल रहा है, उसकी तलाश में पुलिस की टीमें लगातार छापेमार कार्रवाई कर रही हैं. पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाया है.
पंजाब के कई जिलों में धारा 144 लागू
अमृतपाल के पैतृक गांव जल्लुपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. विरोध और हिंसा से बचने के लिए कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है. पंजाब और पड़ोसी राज्य हिमाचल में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. पंजाब के कई हिस्सों में 20 मार्च तक इंटरनेट सेवाएं भी सस्पेंड कर दी गई हैं.
फेक न्यूज पर कड़ी निगरानी
वहीं, पंजाब पुलिस की तरफ से कहा गया है कि हम विभिन्न देशों, राज्यों और शहरों से आने वाली सभी फेक न्यूज और हेट स्पीच पर नजर रख रहे हैं. झूठी अफवाह फैलाने वाले सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसलिए फेक न्यूज ना फैलाएं.
असम की डिब्रूगढ़ जेल भेजे गए चार आरोपी
अमृतपाल के चार सहयोगियों को सुरक्षा कारणों से रविवार को असम के डिब्रूगढ़ जिले में लाया गया. खबरों के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए चारों लोगों से शाम को पंजाब और असम पुलिस की एक संयुक्त टीम लंबी पूछताछ कर सकती है. इस संबंध में असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पुलिस का एक-दूसरे के प्रति सहयोग का रवैया है. जब एक बार असम में गिरफ्तारी हुई थी तो हमने सुरक्षा कारणों से कुछ आरोपियों को बिहार के भागलपुर जेल में भेज दिया था. पंजाब पुलिस ने सोचा होगा कि संदिग्धों का असम में भेजना बेहतर है. यह पुलिस से पुलिस का सहयोग है.
पुलिस ने और क्या कहा…
– पंजाब पुलिस का कहना है कि हमने अमृतपाल का करीब 20-25 किलोमीटर तक पीछा किया लेकिन वह भागने में सफल रहा. जालंधर के सीपी केएस चहल ने कहा- हमने एक नंबर बरामद किया है. हथियार और 2 कार भी जब्त की हैं. तलाश जारी है और हम उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लेंगे. कानून और व्यवस्था बनाए रखी जाएगी.
– अमृतपाल की गिरफ्तारी को लेकर जालंधर के डीआईजी स्वप्न शर्मा ने कहा कि हम अमृतसर ग्रामीण क्षेत्र में प्राथमिकी दर्ज कर रहे हैं. हमने 10 लोगों को पकड़ा है. हम जांच कर रहे हैं कि इन वाहनों को कैसे फाइनेंस किया गया. कुछ फोन बरामद किए गए हैं, उनका टेक्निकल एनालिसिस किया जा रहा है.
– डीआईजी शर्मा ने कहा है कि हमें अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए निर्देशित किया गया था. पीछा करते हुए वह हमसे आगे एक लेन की लिंक रोड पर आ गया. हमसे आगे निकलने के दौरान वह 5-6 मोटरसाइकिल सवारों से टकरा गया, कुछ हमें पीछा करने से रोकने के मकसद से थे.
– पुलिस ने गुरदासपुर और लुधियाना में फ्लैग मार्च निकाला है. राज्य सरकार ने मोबाइल इंटरनेट सेवाओं के निलंबन को 20 मार्च तक बढ़ा दिया है.