शीतल पी सिंह-
मानसी सोनी – प्रदीप शर्मा- और मोदी… नवभारत टाइम्स के एक पत्रकार ने बहुत सावधानी से बचते बचाते एक स्टोरी की है ( बाक़ी सबने जानबूझकर छोड़ दी है) जो वैसे तो बहुत बड़ी स्टोरी है लेकिन वक्त ऐसा है कि इसका ज़िक्र करना बहुत बड़े जोखिम को न्योता देना है!
कथा गुजरात की है ,जहां से शुरू हुई वहाँ तब मानसी सोनी एक युवा स्त्री थीं, साधारण मध्यवर्गीय परिवार से थीं । प्रदीप शर्मा एक युवा आई ए एस अफ़सर थे जिनके साथ मानसी सोनी एक हद तक बेतकल्लुफ़ थीं ।प्रदीप शर्मा के अनुसार एक दिन मानसी सोनी ने उनसे एक नंबर शेयर करते हुए दावा किया कि वह नंबर तब गुजरात के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति का नितांत प्रायवेट नंबर है और कि उस नंबर के ज़रिए वह परम शक्तिशाली व्यक्ति उस युवा महिला से संपर्क में रहता है । उसने यह भी कहा कि वह उस परम शक्तिशाली व्यक्ति के आवास पर उनकी मेहमान रह चुकी है ।(प्रदीप शर्मा के ये दावे affidavit पर सुप्रीम कोर्ट के आर्काइव में धूल फाँक रहे हैं)
प्रदीप शर्मा ने कौतूहल वश वह नंबर डायल कर दिया, उस पर रिंग गई पर किसी ने उसे उठाया नहीं!
मानसी सोनी और उनका परिवार तब से ही भारत में नहीं है । कभी कभी कुछ लोग उनके अमरीका में होने के दावे सोशल मीडिया पर कर देते हैं ।
इसके बाद की कथा को नवभारत टाइम्स में पढ़िए। संलग्न चित्र में सुरक्षा कर्मियों के सिवा जो अन्य तीन हैं वही इस रिपोर्ट के संबंधित पात्र हैं ।