बांदा/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बांदा में ग्राम प्रधान चुनाव की दुश्मनी में पूर्व प्रधान की बेटी को दबंग उसके ससुराल से अगवा कर ले गए। आरोप है कि साढ़े चार माह तक लड़की को दिल्ली में बंधक बनाकर रखा गया। तीन दिन पहले फतेहपुर के खागा से बेटी बरामद हुई तो मामले का खुलासा हुआ। युवती की तहरीर पर पैलानी थाने में 6 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
जानकारी के मुताबिक फतेहपुर के सुल्तानपुर घोष थानाक्षेत्र के एक पूर्व प्रधान ने इसी साल 22 अप्रैल को अपनी बेटी की शादी खप्हिाकलां में की थी। 20 मई की शाम खप्टिहाकलां गांव में बारात आई थी। उसी दिन से विवाहिता लापता थी। इस पर ससुराल वालों ने पैलानी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पूर्व प्रधान को बेटी के खागा थानाक्षेत्र के मानू का पुरवा बस स्टैंड के पास रहनेवाले जयकरन के घर में बंधक होने की सूचना मिली। पूर्व प्रधान ने इसकी जानकारी सुल्तानपुर घोष थाने में दी। थाने से खागा पुलिस को सूचित करने को कहा गया।
बेटी से लिया पिता की दुश्मनी का बदला
खागा पुलिस ने कहा कि जहां गुमशुदगी दर्ज है, वहां संपर्क करें। इस पर पूर्व प्रधान ने पैलानी थाने में संपर्क किया। इस पर खप्टिहाकलां चौकी इंचार्ज पूर्व प्रधान के बताए घर पहुंचे। जहां से शादीशुदा बेटी को बरामद कर लिया गया। युवती ने पुलिस को बताया कि 20 मई की शाम ससुराल में घर के ठीक सामने बारात आई थी। जिसे वह देख रही थी। उसने आरोप लगाया कि पापा की निजी दुश्मनी के कारण मनोज, ओमप्रकाश प्रधान, काशीराम, अनुज और जयसिंह उसे अगवा कर ले गए। उन्होंने उसे दिल्ली ले जाकर जयकरन के हवाले कर दिया जहां वह साढ़े चार माह तक बंधक रही। जयकरन तीन दिन पहले ही उसे खागा लेकर आया था।
जयकरन के दोस्त से मिली जानकारी
पूर्व प्रधान ने बताया कि बेटी के गुमशुदा होने की जानकारी जयकरन के दोस्त को थी। जयकरन के घर में बेटी है। इसकी जानकारी तीन दिन पहले उसी ने आकर दी। उसकी सटीक जानकारी पर पुलिस लेकर जयकरन के घर पहुंचा तो बेटी बंधक मिली। उन्होंने बताया कि पिछले साल उन्होंने प्रधानी का चुनाव लड़ा था। इस कारण आरोपी उनसे दुश्मनी पाले पैठा था और दुश्मनी और बदनाम करने की नीयत से उसने बेटी को अगवा किया गया।