वाराणसी। वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के एक थानेदार इंस्पेक्टर पर डीसीपी को रिश्वत देने की कोशिश का सनसनीखेज मामला सामने आया है। थानेदार की तरफ से डीसीपी को मंथली घूस का ऑफर करते हुए एक पैकेट देने की कोशिश की गई। आईपीएस रैंक की अफसर डीसीपी की शिकायत के बाद कमिश्नर ने क्राइम मीटिंग के दौरान ही बुधवार को थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया। एक हफ्ते के अंदर वाराणसी में पुलिस की कार्यप्रणाली पर दूसरी बार ऊंगली उठी है। इससे पहले चौक थाने की पियरी चौकी की वसूली लिस्ट वायरल हुई थी। कमिश्नर ने उसकी भी जांच एक अन्य डीसीपी को सौंपी है।
डीसीपी ने इसकी शिकायत पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश से की। इसके बाद बुधवार को क्राइम मीटिंग के दौरान ही इंस्पेक्टर को निलंबित करने का आदेश सुनाते हुए कमिश्नर ने उनके खिलाफ विभागीय जांच भी बैठा दी है।
धनंजय पांडेय इससे पहले भी अनियतता में ही लालपुर-पांडेयपुर थाने से निलंबित हुए थे। बहाली के बाद पुलिस लाइन में तैनात रहे। इसके बाद सिगरा थाना प्रभारी बनाये गये थे। इसी तरह एक विवेचना के प्रकरण में अनियमितता पाये जाने पर शिवपुर थाना प्रभारी सधुवन राम गौतम को लाइनहाजिर कर दिया है।
एक ही दिन में दो थानाप्रभारियों पर कार्रवाई से महकमे में हड़कंप है। इसके पहले कमिश्नर ने भ्रष्टाचार के आरोप में कैंट के फुलवरिया चौकी प्रभारी रहे कृष्ण मोहन पासवान को भी भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित करने के साथ ही मुकदमा दर्ज कराया था।
धनंजय पांडेय के निलंबन के बाद राजू सिंह को सिगरा थाने का नया प्रभारी बनाया गया है। शिवपुर थाने में लालपुर-पांडेयपुर थाना प्रभारी रहे सतीश यादव को भेजा गया है। लालपुर-पांडेयपुर थाने के प्रभारी उपेंद्र सिंह बनाये गये हैं।