इस्लामाबाद। पाकिस्तान (Pakistan) अगले 100 सालों तक भारत और उसके निकटतम पड़ोसियों से शांति रखना चाहता है. कश्मीर (kashmir) मुद्दे के अंतिम हल के बिना ही पाकिस्तान, भारत के साथ व्यापार और व्यापारिक संबंधों को फिर से पहले जैसा बनाना चाहता है. ये सभी पहलू पाकिस्तान की पहली राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में शामिल हैं. इस नीति का शुक्रवार को प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) अनावरण करेंगे. यह जानकारी पाकिस्तान के न्यूज पेपर एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने दी है.
एक अधिकारी के हवाले से न्यूज पेपर ने बताया कि पाकिस्तान की पहली राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का केंद्रीय विषय भारत और उसके निकटतम पड़ोसियों के साथ शांति होना तय है. 100 पन्नों के इस नीति दस्तावेज में कश्मीर मुद्दे के अंतिम समाधान के बिना भारत के साथ व्यापार और व्यापारिक संबंध खोलने की विस्तृत योजनाएं भी हैं. हालांकि राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का केवल एक हिस्सा ही सार्वजनिक किया जाएगा. बाकी दुनिया में ऐसी नीतियां अक्सर गोपनीय रहती हैं. अधिकारी ने जोर देकर कहा कि वाणिज्यिक संबंधों को सामान्य बनाना दो परमाणु-सशस्त्र पड़ोसियों के बीच वार्ता में प्रगति हासिल करने पर निर्भर है.
उन्होंने कहा कि हम अगले 100 वर्षों के लिए भारत के साथ शत्रुता की मांग नहीं कर रहे हैं. नई नीति पड़ोसियों के साथ तत्काल शांति चाहती है. अधिकारी ने कहा कि आर्थिक सुरक्षा, नई राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का केंद्रीय विषय होगा लेकिन भू-अर्थशास्त्र का मतलब यह नहीं है कि हम अपने रणनीतिक और राजनीतिक हितों की अनदेखी करते रहें.
अधिकारी ने कहा कि भारत के साथ कश्मीर मुद्दे को पाकिस्तान के लिए एक ‘महत्वपूर्ण राष्ट्रीय नीति’ के रूप में पहचाना गया है. हालांकि, अधिकारी ने स्पष्ट किया कि नई दिल्ली में मौजूदा मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के तहत भारत के साथ तालमेल की कोई संभावना नहीं है. अधिकारी ने कहा कि इस नई नीति में आंतरिक और विदेश दोनों नीतियां कवर होंगी.