नई दिल्ली। अफगानिस्तान में तालिबान राज की वापसी हो चुकी है. अफगानिस्तान के हालात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक कर रहे हैं. ये बैठक पिछले तीन घंटे से चल रही है, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद हैं. ये बैठक बेहद महत्वपूर्ण बताई जा रही है क्योंकि तालिबान को लेकर भारत अपना रुख साफ कर सकता है.
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, इस मुलाकात में सुरक्षा और अफगानिस्तान में फंसे भारतीय नागरिकों की जल्द वापसी को लेकर बातचीत हुई. अफगान नागरिकों, खासकर अल्पसंख्यक जो भारत आना चाहते हैं, उनका मुद्दा भी बैठक में उठा.
भारतीय राजदूत मित्तल ने भारत की चिंता को भी तालिबान के सामने रखा. भारत ने कहा कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों और किसी भी रूप में आतंकवाद के लिए नहीं होना चाहिए. तालिबान के प्रतिनिधि ने भी भारतीय राजदूत को आश्वस्त किया कि भारत की सभी चिंताओं पर ध्यान दिया जाएगा.
वहीं, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंटन ने कहा कि अमेरिका कतर की राजधानी दोहा से ही अफगानिस्तान के मामलों को देखेगा और भारत भी अभी ऐसा ही करता दिख रहा है