कोरोना महामारी की चुनौतियों के बावजूद टोक्यो ओलिंपिक सफल रहा। इसके क्लोजिंग सेरेमनी की शुरुआत हो चुकी है। शुरुआत में मंच पर मेजबान जापाना का झंडा लाया गया। इसके बाद सभी देशों के झंडे स्टेडियम में एक गोले में दिखाई दिए। यह शानदार दृश्य था, सिर्फ भारतीयों के लिए नहीं, बल्कि दुनिया के सभी लोगों का दिल जीत रहा है। क्लोजिंग सेरेमनी में बजरंग पूनिया भारत के ध्वजवाहक हैं। बजरंग ने कुश्ती में ब्रॉन्ज मेडल जीता है।
जब ओपनिंग सेरेमनी होता है तो सभी एथलीट अपने झंडे के साथ चलते हैं। पर क्लोजिंग सेरेमनी में सभी देशों की सीमाएं खत्म हो जाती हैं। दुनियाभर के एथलीट एकसाथ एक धुन में चलते हैं और मोमेंट को एंजॉय करते हैं। सभी एथलीट्स ‘स्ट्रॉन्ग टुगेदर’ का मैसेज दे रहे हैं। टोक्यो में 11 हजार 90 एथलीट आए थे। अलग-अलग इवेंट में कुल 340 गोल्ड मेडल, 338 सिल्वर और 402 ब्रॉन्ज खिलाड़ियों ने जीते।
भारत के लिए अब तक का सबसे सफल ओलिंपिक
भारत के नजरिए से बात करें तो टोक्यो ओलिंपिक देश के लिए अब तक का सबसे सफल ओलिंपिक है। टोक्यो में भारत ने सात मेडल अपने नाम किए हैं, जो कि एक ओलिंपिक खेलों में सबसे ज्यादा हैं। भारतीय खिलाड़ियों ने इस बार 1 गोल्ड, दो सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं।
नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता, जबकि मीराबई चानू ने वेटलिफ्टिंग में और रवि दहिया ने कुश्ती के 57 किलो वेट में सिल्वर मेडल जीते। वहीं बैडमिंटन में पीवी सिंधु, कुश्ती में 69 किलो वेट में बजरंग पूनिया, बॉक्सिंग में लवलिना बोरगोहेन और पुरुष हॉकी ने देश के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीते।
लंदन ओलिंपिक में भारत ने जीते थे 6 मेडल
टोक्यो से पहले भारत का सबसे सफल ओलिंपिक 2012 लंदन ओलिंपिक रहा है। इस ओलिंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने कुल 6 मेडल जीते थे। हालांकि इसमें एक भी गोल्ड मेडल नहीं था। लंदन में कुश्ती और शूटिंग में दो मेडल मिले थे। जिसमें एक-एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल था। इसके अलावा बॉक्सिंग में मेरीकॉम और बैडमिंटन में साइना नेहवाल ने ब्रॉन्ज मेडल जीते थे।
ओपनिंग सेरेमनी में मनप्रीत और मेरीकॉम ध्वजवाहक रहे
ओलिंपिक के उद्घाटन समारोह में भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह और मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम ने भारत का ध्वज थामा था। समापन समारोह में टोक्यो के गवर्नर युरिको कोइके अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आइओसी) के अध्यक्ष थामस बाक को ओलिंपिक ध्वज सौपेंगे। बाक ध्वज को पेरिस के मेयर ऐनी हिडाल्गो को सौंपेंगे, जहां पर अगला 2024 पेरिस ओलिंपिक होना है।
फ्रांस का राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा
समापन समारोह में फ्रांस के राष्ट्रगान की प्रस्तुति के बाद स्टेडियम में फ्रांस का राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा। इसके बाद पेरिस ओलिंपिक 2024 की उलटी गिनती शुरू हो जाएगी। इसी के साथ एथलीट भी आने वाले ओलिंपिक खेलों की तैयारियां शुरू कर देंगे।
मेडल टैली में अमेरिका टॉप पर
अगर टोक्यो मेडल टैली की बात की जाए तो संयुक्त राज्य अमेरिका 113 मेडल के साथ टॉप पर काबिज है। अमेरिकी खिलाड़ियों ने 39 गोल्ड, 41 सिल्वर और 33 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं। वहीं चीन 38 गोल्ड के साथ दूसरे स्थान पर काबिज है। चीन के खिलाड़ियों ने कुल 88 मेडल जीते हैं। जिसमें 32 सिल्वर और 18 ब्रॉन्ज मेडल शामिल है।
वहीं मेजबान जापान 27 गोल्ड मेडल के साथ तीसरे स्थान पर है। जापान के कुल 58 मेडल हैं। जिसमें 14 सिल्वर और 17 ब्रॉन्ज भी है। वहीं भारत 1 गोल्ड के साथ 48 वें नंबर पर है। भारतीय खिलाड़ी कुल 7 मेडल जीतने में सफल हुए हैं। एक गोल्ड के अलावा 2 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल भारतीय खिलाड़ियों ने जीते हैं।