असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार (27 जुलाई 2021) को सीमा विवाद में अपनी जान गँवाने वाले पुलिसकर्मियों के परिवारवालों को मुआवजा देने का ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने कहा, ”असम सरकार सोमवार (26 जुलाई) को मिजोरम के साथ सीमा पर संघर्ष में बलिदान हुए पुलिसकर्मियों के परिवारों को 50-50 लाख रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।” समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, CM ने कहा कि घायलों को एक-एक लाख रुपए दिए जाएँगे। बताया जा रहा है कि असम सरकार ने घायल एसपी को इलाज के लिए मुंबई भेजा है।
Assam Govt will provide financial assistance of Rs 50 lakhs each to families of the police personnel who died in clashes at the border with Mizoram yesterday. The injured will be given Rs 1 lakh each. Govt has sent the injured SP to Mumbai for treatment: CM Himanta Biswa Sarma pic.twitter.com/txt82Up5n1
— ANI (@ANI) July 27, 2021
असम-मिजोरम सीमा पर हिंसक झड़पों को लेकर असम के सीएम ने कहा, ”हमारी पुलिस मामले की जाँच करेगी। साथ ही इसकी भी जाँच की जाएगी कि नागरिकों को हथियार कहाँ से मिले।” उन्होंने बताया कि बॉर्डर पर संघर्ष के चलते 5 पुलिसकर्मियों की जान चली गई।
The incident took place at the border of Assam. Our Police will investigate the matter. It will be investigated that where did the civilians get the arms from. Five Police personnel lost their lives: Assam CM Himanta Biswa Sarma on violent clashes at Assam-Mizoram border y’day pic.twitter.com/HxxIzkekNw
— ANI (@ANI) July 27, 2021
सीएम ने आगे कहा, ”यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है। यह दो राज्यों के बीच सीमा विवाद है, जो लंबे समय से चला आ रहा है। यह सीमा विवाद उस समय भी था, जब दोनों राज्यों में कॉन्ग्रेस की सरकार थी। यह दो राज्यों के बीच का विवाद है, दो राजनीतिक दलों के बीच नहीं।”
This is not a political issue. This is a boundary dispute between two states. This is a long-standing border dispute. There was dispute even at the time when Congres govt was there on both sides. This is a dispute between two states, not between two political parties: Assam CM pic.twitter.com/dhuBpwDfbq
— ANI (@ANI) July 27, 2021
उन्होंने कहा कि यह एक आरक्षित वन है। क्या आरक्षित वन का उपयोग बंदोबस्त के लिए किया जा सकता है? विवाद जमीन का नहीं, जंगल का है। असम जंगल की रक्षा करना चाहता है। वन क्षेत्र में कोई समझौता नहीं कर रहा है, हम वहाँ कोई समझौता नहीं चाहते हैं।
It is a reserve forest. Can reserve forest be utilised for settlement? The dispute is not regarding land, it’s regarding forest. Assam wants to protect the forest. It’s not organising any settlement in forest area, we don’t want any settlement there: Assam CM Himanta Biswa Sarma
— ANI (@ANI) July 27, 2021
दरअसल, सोमवार को असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद के अचानक खूनी संघर्ष में तब्दील हो जाने से असम पुलिस के कम से कम 5 जवानों की मौत हो गई और एक पुलिस अधीक्षक समेत 50 अन्य घायल हो गए थे।
After killing 5 Assam police personnel and injuring many , this is how Mizoram police and goons are celebrating.- sad and horrific pic.twitter.com/fBwvGIOQWr
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) July 26, 2021
गौरतलब है कि 26 जुलाई को मिजोरम के सीएम जोरमथांगा और असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग करते हुए पुलिस और नागरिकों के बीच झड़प का एक वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया था। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने गृहमंत्री से इस मामले पर तुरंत कार्रवाई करने की माँग की थी।
I have just spoken to Hon’ble Chief Minister @ZoramthangaCM ji.I have reiterated that Assam will maintain status quo and peace between the borders of our state. I have expressed my willingness to visit Aizawl and disscuss these issues if need be @AmitShah @PMOIndia
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) July 26, 2021