राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) परीक्षा इस समय एक अजीब संयोग को लेकर चर्चा में है। राज्य की कॉन्ग्रेस सरकार में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के रिश्तेदारों को इंटरव्यू में एक समान नंबर मिलने पर कई लोग सवाल उठा रहे हैं। हालाँकि डोटासरा रिश्तेदारों को ‘प्रतिभावान’ बता इन सवालों को खारिज कर चुके हैं।
अब दैनिक भास्कर ने विस्तार से एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। इससे मंत्री के रिश्तेदारों की कथित प्रतिभा को समझा जा सकता है। इस रिपोर्ट के अनुसार RAS 2018 की टॉपर रही मुक्ता राव से भी अधिक नंबर इंटरव्यू में डोटासरा के रिश्तेदारों ने हासिल किया है। इसका दूसरा पक्ष यह है कि लिखित परीक्षा में इन रिश्तेदारों को 50 फीसदी अंक भी नहीं मिले थे।
जिन रिश्तेदारों को लेकर यह पूरा विवाद खड़ा हुआ है वह डोटासरा की बहू प्रतिभा के भाई गौरव और बहन प्रभा हैं। दिलचस्प यह है कि 2016 में इसी परीक्षा के इंटरव्यू में प्रतिभा को भी 80 और डोटासरा के बेटे अविनाश को 85 नंबर मिले थे। उस समय लिखित परीक्षा में अविनाश 50 फीसदी हासिल करने में नाकाम रहे थे तो प्रतिभा को 800 की लिखित परीक्षा में 402 नंबर मिले थे।
यदि RAS 2018 की टॉपर रही मुक्ता राव के नंबर देखें तो उन्हें इंटरव्यू में 77 नंबर ही मिले हैं। लिखित परीक्षा की बात की जाए तो यहाँ बड़ा अंतर देखने को मिलता है। मुक्ता के लिखित परीक्षा में 449 नंबर थे, वहीं गौरव और प्रभा को क्रमशः 379 और 366 नंबर ही मिले।
RAS 2016 में डोटासरा के बेटे अविनाश को लिखित परीक्षा में 343 नंबर ही मिले थे। इसी परीक्षा में प्रतिभा को 402 नंबर मिले थे। लेकिन RAS 2016 के टॉपर रहे भवानी सिंह को भी इंटरव्यू में इन दोनों से कम 70 नंबर ही मिले थे।
इस मामले डोटासरा बता चुके हैं कि RAS 2016 के समय प्रतिभा की नौवीं रैंक आई थी और तब प्रतिभा उनकी पुत्रवधू भी नहीं थीं। प्रतिभा के साथ उनके बेटे का रिश्ता RAS ट्रेनिंग के दौरान हुआ। डोटासरा ने प्रतिभा के भाई-बहन के बारे में कहा था कि दोनों ही अपने क्षेत्र के टॉपर हैं, ऐसे में उनका 80 अंक प्राप्त करना संभव है। डोटासरा ने कहा था, “प्रतिभा की बहन प्रभा अपने दौर की टॉपर है और बीडीएस करने के बाद कई सालों से RAS की तैयारी में जुटी हुई है। उसका भाई गौरव भी दिल्ली यूनिवर्सिटी का टॉपर है।” डोटासरा राजस्थान प्रदेश कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष भी हैं।
गौरतलब है कि इंटरव्यू प्रक्रिया पहले से ही सवालों के घेरे में है। साक्षात्कार के दौरान ही 23 लाख रु. घूस लेकर अच्छे नंबर दिलाने के मामले में कनिष्ठ लेखाकार को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसमें राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की सदस्य राजकुमारी गुर्जर के पति का भी नाम सामने आया है।