महिला कल्याण तथा बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री ने कहा, कानून बनाना किसी धर्म के पक्ष या किसी के विरोध में नहीं
लखनऊ। जनसंख्या नियंत्रण पर कानून बनाना किसी धर्म के विरोध या पक्ष में नहीं हो सकता। यह राष्ट्रहित की बात है। यह पूरे समाज व राष्ट्र उत्थान के साथ ही महिला उत्थान के लिए बहुत जरूरी है। जनसंख्या नियंत्रण से महिलाओं को पुरूषों के साथ कदम-ताल मिलाकर आगे बढ़ने में काफी सहुलियत होगी। ये बातें उत्तर प्रदेश की महिला कल्याण तथा बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री स्वाती सिंह ने सोमवार को कही।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के स्वभाव में हर अच्छे कार्य का विरोध करना ही होता है। वे लोग ये भूल जाते हैं कि जनता अच्छा और बुरा सब समझती है। इसी के तहत कुछ राजनीतिक दल इसे धर्म से जोड़कर विशेष समुदाय को उकसाने के फिराक में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रहीत का मुद्दा है, इस पर सबको एक स्वर में बोलना चाहिए।
स्वाती सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हों या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हमेशा राष्ट्रहित की बात सोचते हैं और उसी हिसाब से सर्वहित में फैसला करते हैं। आज समुन्नत समाज की स्थापना के लिए जनसंख्या नियंत्रण जरूरी है। इसके बिना समाज में व्याप्त असमानता समेत प्रमुख समस्याओं से निजात पाना मुश्किल है।
महिला कल्याण तथा बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री ने कहा कि अधिक बच्चों के कारण महिलाएं उनके देखभाल में ही लगे रहने के कारण बाहर निकल कर कार्य नहीं कर पातीं हैं। बच्चों के पोषण का कार्य भी सही से नहीं हो पाता है। यदि बच्चे कम रहेंगे तो महिलाओं को भी पुरूषों के साथ कदम-ताल मिलाकर चलने में सहुलियत होगी।
उन्होंने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए सरकार जागरूकता कार्यक्रम भी चलाती रहती हैं लेकिन जब सिर्फ जागरूकता कार्यक्रम से काम न चले तो उसके लिए कानून बनाना भी जरूरी हो जाता है। राष्ट्रहीत की जहां भी बात आये, उसमें किसी को पीछे नहीं हटना चाहिए। यहां तो हर व्यक्ति के स्वहीत के साथ ही राष्ट्रहीत की बात हो रही है। इस पर कानून बनने के बाद व्यक्ति का विकास होने के साथ ही राष्ट्र के विकास में भी इस तरह का कानून सहायक होगा।