महाराष्ट्र की सत्ताधारी ‘महा विकास अघाड़ी (MVA)’ में सब ठीक नहीं चल रहा है। शिवसेना और राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (NCP) आमने-सामने है। एनसीपी सांसद अमोल कोल्हे ने ये कह डाला कि उद्धव ठाकरे आज अगर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं तो शरद पवार की वजह से। इस पर शिवसेना ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि दोनों दलों के बीच ज़हर घोलने का काम न करें और सत्ता का जो अंगूर मिला है, उसमें खटास न लाएँ।
कोहली ने स्पष्ट कहा था कि शरद पवार के आशीर्वाद से ही ठाकरे मुख्यमंत्री बने हैं। शिवसेना के प्रवक्ता किशोर कान्हेरे ने NCP के सांसद को कहा कि उन्हें ये बात याद रखना चाहिए कि खुद उनकी पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार और उनके भतीजे व राज्य के उप-मुख्यमंत्री अजित पवार लगातार उद्धव ठाकरे से परामर्श करते हैं कि किस तरह महाराष्ट्र की सरकार चलाई जाए। उन्होंने कोल्हे को ‘मेमोरी टेस्ट’ कराने की चेतावनी दी।
शिवसेना प्रवक्ता ने कहा, एक अभिनेता, जो लिखित संवादों को पढ़ने का आदी है, शायद यह भूल गया है कि वह भी उसी उद्धव ठाकरे के आशीर्वाद के कारण राजनीति में है। सत्ता का जो अंगूर आपको मिला है, उसे खट्टा मत बताओ।” अमोल कोल्हे के बारे में ये जानना दिलचस्प है कि वो NCP में जाने से पहले शिवसेना में ही हुआ करते थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में वो शिवसेना के स्टार प्रचारक रहे हैं।
Uddhav Thackeray is CM due to Sharad Pawar: NCP MP Amol Kolhe sparks new controversy.#Maharashtra #SharadPawar (@kamleshsutar)https://t.co/A70ESp8EWu
— IndiaToday (@IndiaToday) July 18, 2021
उन्हें मराठी टीवी सीरियलों में छत्रपति शिवाजी के किरदार के कारण जाना जाता है। इन अटकलों के बीच शरद पवार ने भी गुरुवार (15 जुलाई, 2021) को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ बैठक की थी। पिछले डेढ़ महीने में ये इन दोनों की दूसरी मुलाकात थी। आधा घंटे तक चली बैठक में MVA सरकार में समन्वय पर बात हुई। उधर कॉन्ग्रेस भी चुनाव में अकेले जाने की बातें कर के दबाव की राजनीति खेल रही है।
इन सबके बीच सबसे दिलचस्प खबर आई शरद पवार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच 50 मिनट तक चली बैठक की। महाराष्ट्र की सत्ता में साझीदार ‘राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (NCP)’ के संस्थापक व अध्यक्ष शरद पवार ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इसके 3 दिन पहले ही शिवसेना सांसद संजय राउत ने शरद पवार को नरेंद्र मोदी के खिलाफ प्रधानमंत्री पद का उपयुक्त उम्मीदवार बताया था।