लखनऊ। मुनव्वर राणा के बेटे तबरेज पर फायरिंग की घटना नया मोड़ ले चुकी है। यूपी पुलिस बता चुकी है कि तबरेज ने खुद अपने उपर हमले की प्लानिंग की थी। इसके बाद से वह फरार है। वहीं मुनव्वर राणा के छोटे भाई शकील ने तबरेज को अय्याश बताया है। उन्होंने कहा है कि वह गलत संगत में पड़ कर बिगड़ा चुका है।
शकील ने इस मामले में मुनव्वर राणा को निर्दोष बताया है। कहा है कि उनका दोष नहीं है क्योंकि उनका दिमाग थोड़ा कम काम करता है। शकील के अनुसार जमीन और पैसे को लेकर किसी ने तबरेज को बहकाया होगा। उन्होंने बताया, “तबरेज अय्याश टाइप का है। महँगी गाड़ियाँ और पैसे उड़ाना उसका शौक है। कुल मिलाकर पूरा मामला जमीन और पैसे का था।” उन्होंने यह भी बतया कि तबरेज राजनीति में कदम रखने की सोच रहा था।
वहीं मुनव्वर के भाई इस्माइल राणा ने कहा कि बेटे और बेटियों ने एक तरह से उनके भाई को कांशीराम बना दिया है। तबरेज गलत संगत में बिगड़ गया है। शहर के कुछ आवारा लोगों और प्रॉपर्टी डीलरों ने उसे बरगला दिया है। इधर भाई इस्माइल राणा को मुनव्वर राणा ने ड्राइवर का बेटा बताते हुए कहा कि वे उनके नाम का फायदा उठा रहे हैं। उनके भाई कितने बड़े गुंडे रहे हैं, यह बात सबको पता है। कोलकाता की पुलिस आज भी खोज रही है। उनके खिलाफ कई जगहों पर केस दर्ज हैं।
उल्लेखनीय है कि मुनव्वर और उनके भाइयों के बीच 8 करोड़ की कीमत वाली पुश्तैनी जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। 28 जून को तबरेज पर रायबरेली के त्रिपुला चौराहे के पास हमने की घटना से हल्ला मच गया था। बाद में 29 जून को इस संबंध में शिकायत हुई जिसमें दावा किया गया कि हमलावरों ने तबरेज की सफेद गाड़ी पर कई राउंड फायरिंग की। हमले में वे बाल-बाल बच गए, लेकिन उनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई थी। तबरेज राणा ने इस मामले में अपने ही परिवार के पाँच लोगों के खिलाफ थाने में तहरीर दी थी। देर रात पुलिस ने उसके चाचा समेत पाँचों आरोपितों इस्माइल राणा, राफे राणा, जमील राणा, शकील राणा (सभी चाचा) और यासर राणा (चचेरे भाई) के खिलाफ केस दर्ज किया था।
लेकिन पुलिस की छानबीन में पता चला कि तबरेज ने अपने चाचा और उनके बेटों को फँसाने के लिए खुद के ऊपर अपने दोस्तों से हमला करवाया और बाद में झूठा आरोप लगाते हुए एफआईआर करवा दी। तबरेज की तलाश में गुरुवार (जुलाई 1, 2021) देर रात लखनऊ और रायबरेली पुलिस ने मुनव्वर के घर छापेमारी की। इस मामले में अब तक 4 लोग गिरफ्तार हुए हैं। इनमें तबरेज़ की दोनों शूटर दोस्त भी हैं।
इस खुलासे के बाद भी मुनव्वर राणा पुलिस को ही दोषी दिखाने की कोशिश में हैं। उनके कहना है कि इस केस को बिकरु कांड बनाने की कोशिश चल रही है। पुलिस की छापेमारी के बाद एक वीडियो जारी कर उन्होंने कहा, “एक दिन हमारी जंगल में लाश पड़ी मिलेगी, बिकरु कांड की तरह। इसमें इतना हंगामा करने की क्या जरूरत है? अब ये मुनव्वर राना बिकरु कांड हो गया है। पुलिस ने कहा कि हम इनको जेल ले जाएँगे… उनको जेल ले जाएँगे। मैंने वारंट के बारे में पूछा तो उन्होंने मुझे हटने के लिए बोल दिया।”