लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस लखनऊ में हुसैनगंज के लालकुआँ स्थित एफआई टावर ढींगरा अपार्टमेंट में गुरुवार (1 जुलाई 2021) देर रात 2 बजे शायर मुनव्वर राणा के घर तलाशी ली। पुलिस शायर के बेटे तबरेज राणा को ढूँढने के लिए गई थी। हालाँकि, वो वहाँ नहीं मिला। पुलिस के औचक सर्च ऑपरेशन को लेकर शायर मुनव्वर राणा की बेटी फौजिया राणा ने प्रशासन पर बदले की कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए पुलिस पर परिवार को डराने और धमकाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रशासन उनके अब्बू और उऩसे बदला ले रहा है।
हालाँकि, रायबरेली सदर कोतवाल ने बताया कि 28 जून 2021 को शायर मुनव्वर राणा के बेटे तबरेज राणा पर हुआ जानलेवा हमला फर्जी था, जिसे उसने अपने विरोधियों को फँसाने के लिए करवाया था। अब इस मामले में यूपी पुलिस ने उसे ही मुलजिम बना दिया है। इसी को लेकर तलाशी की गई थी।
गौरतलब है कि रायबरेली जिले में मुनव्वर राणा के बेटे तबरेज राणा पर बाइक सवार नकाबपोशों ने हमला कर दिया था ऐसा दावा किया। उन्होंने बताया था कि उनकी कार पर कई राउंड गोलियाँ चलाई गई। हमले में वे बाल-बाल बच गए, लेकिन उनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई थी। तबरेज राणा ने इस मामले में अपने ही परिवार के पाँच लोगों के खिलाफ थाने में तहरीर दी थी। देर रात पुलिस ने उसके चाचा समेत पाँचों आरोपितों इस्माइल राणा, राफे राणा, जमील राणा, शकील राणा (सभी चाचा) और यासर राणा (चचेरे भाई) के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। सपा नेता राफे राणा आजम खान के करीबी माने जाते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में एक वीडियो के जरिए फौजिया ने यूपी सरकार पर परेशान करने का आरोप लगाते हुए सभी से मदद करने की अपील की। शायर की बेटी ने बिना सर्च वारंट के घर में घुसने और उनकी 16 वर्षीय बेटी का फोन जब्त करने का आरोप लगाया। साथ ही दावा किया कि उनकी बेटी के फोन में कई पर्सनल चीजें थीं। पुलिस ऐसे कैसे मोबाइल फोन जब्त कर सकती है।
फौजिया राणा ने अपने ट्विटर हैंडल पर यूपी पुलिस की तलाशी का वीडियो शेयर किया है। इसमें वह पुलिस वालों पर रौब झाड़ते हुए कहती हैं, “अंदर कैसे आए आप, किससे परमीशन ली। अंदर महिलाएँ हैं, कम से कम घंटी बजाकर आना था। ये कोई तरीका है अंदर आने का। कोई भी कैसे भी लेटा हो सकता है। किसी के घर में कुछ भी हो रहा होता है और आप अंदर चले आए। हू द हेल यू आर।”
— Fauzia Rana official (@FauziaRana2) July 2, 2021
मुनव्वर राणा को घर के बाहर बैठा दिया
फौजिया राणा ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर जबरदस्ती उनके पिता (मुनव्वर राणा) को घर के बैठाने का आरोप लगाया है। इस मामले में शायर ने अपनी प्रतिक्रिया में पुलिस पर ही गुंडागर्दी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, “मैंने पुलिसवालों को रोका तो उन्होंने कहा कि आप हटिए, इससे आप का कोई लेना-देना नहीं है।”
शायर राणा ने कहा कि मैं उसका बाप हूँ, मेरी यही गलती है कि मैंने उसे पैदा किया है, ऐसे कैसे रास्ता छोड़ दूँ। शायर के मुताबिक, उन्होंने भी पुलिसवालों से सर्च वारंट के बारे में पूछा था, लेकिन कुछ बताने के बजाय वो जबरन घर में घुस आए। मीडिया और वकीलों को भी अंदर नहीं आने दिया।
मुनव्वर राणा ने पुलिस की इस कार्रवाई को बिकरू कांड करार दिया और कहा कि इन पुलिसवालों में से कोई भी उनकी हत्या कर सकता था। अगर हत्या नहीं करते तो भी वो खुद ही मर जाते, जिसकी जिम्मेदार पुलिस होती। बता दें कि शायर की बेटी फौजिया राणा बिहार कॉन्ग्रेस की नेता हैं।