आठवें नंबर की बल्लेबाज स्नेह राणा की नाबाद 80 रन की जबरदस्त पारी की बदौलत भारत ने मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ सात साल के लम्बे अंतराल के बाद खेला गए एकमात्र टेस्ट मैच शनिवार को चौथे और अंतिम दिन ड्रा करा लिया।
इंग्लैंड के नौ विकेट पर 396 रन के जवाब में भारतीय टीम पहली पारी में 231 रन पर सिमट गयी थी और उसे फॉलोआन करना पड़ा। भारत ने मैच के तीसरे दिन स्टंप्स तक एक विकेट खोकर 83 रन बना लिए थे। शेफाली वर्मा ने 55 रन और दीप्ति शर्मा 18 रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाया। शेफाली ने अपने स्कोर में आठ रन जोड़े थे कि सोफी एक्लस्टोन ने कैथरीन ब्रंट के हाथों उन्हें कैच करा दिया। शेफाली ने 83 गेंदों पर 11 चौकों और एक छक्के की मदद से 63 रन बनाये। शेफाली का विकेट 99 के स्कोर पर गिरा। दीप्ति ने पूनम राउत के साथ तीसरे विकेट के लिए 72 रन की साझेदारी की।
एक्लस्टोन ने दीप्ति को आउट कर इंग्लैंड को तीसरी सफलता दिलाई। दीप्ति ने 168 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से महत्वपूर्ण 54 रन बनाये। भारत ने अभी तक इंग्लैंड की बढ़त को पार किया ही था कि एकलस्टन ने भारतीय कप्तान मिताली राज और हरमनप्रीत कौर को पवेलियन भेजा जबकि नताली शिवर ने पूनम का विकेट निकाल कर भारत का स्कोर सात विकेट पर 199 रन कर दिया। पूजा वस्त्रकर ने 12 रन बनाये और उन्हें इंग्लैंड की कप्तान हीथर नाईट ने आउट किया।
शिखा पांडेय 18 रन बनाकर टीम के 240 के स्कोर पर नताली शिवर का शिकार बनी। भारत की हालत अभी भी खस्ता थी। ऐसी स्थिति में स्नेह राणा को विकेटकीपर तानिया भाटिया के रूप अच्छा जोड़ीदार मिला और दोनों ने नौंवें विकेट के लिए अविजित 104 रन जोड़कर मैच को ड्रा की तरफ पहुंचा दिया। राणा ने 154 गेंदों पर 13 चौकों की मदद से 80 रन की मैच बचाने वाली पारी खेली। तानिया ने 88 गेंदों पर छह चौकों के सहारे नाबाद 44 रन की बेशकीमती पारी खेली।