पिछले करीब 19 महीने से कोरोना वायरस (Coronavirus) ने दुनिया भर में तबाही मचा रखी है. हर रोज़ हज़ारों की संख्या में लोगों की मौतें हो रही है. जबकि लाखों लोग इस खतरनाक वायरस से संक्रमित हो रहे हैं. मौत के आकड़ों को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि कई देश कोरोना से होने वाली मौत को लेकर सही और सच्ची तस्वीर पेश नहीं कर रही है. दुनिया की जानी-मानी मैगजीन द इकोनॉमिस्ट ने दावा किया है कि दुनिया के कई देश कोरोना से होने वाली मौत की सही जानकारी नहीं दे रहा है. दावा किया गया है कि अब तक पूरी दुनिया में 70 लाख से 1.3 करोड़ तक अधिक मौतें हुईं हैं.
द इकोनॉमिस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक अफ्रीका और एशिया ही नहीं, बल्कि अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस जैसे देशों ने भी मौत को लेकर सही जानकारी नहीं दी है. मैगजीन ने ये दावा मशीन-लर्निंग मॉडल के जरिए किया है. वैसे जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के आकड़ों पर नजर डालें तो अब तक कोरोना से 38 लाख 30 हज़ार लोगों की मौत हुई है. जबकि दुनियाभर में अब तक 17 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं.
क्या कहते हैं आंकड़ें
एशिया में अधिकारिक आकड़ों के मुताबिक अब तक 6 लाख लोगों की मौत हुई है. जबकि द इकोनॉमिस्ट ने दावा किया है कि अब तक यहां 24 से 71 लाख लोगों की जान जुकी है. लैटिंन अमेरिका और कैरीबियन देशों में अधिकारिक मौत का आंकड़ा 6 लाख है. जबकि मैगजीन ने यहां 15-18 लाख मौत का दावा किया है. यूरोप में सरकारी आंकड़ा 10 लाख है. जबकि यहां दावा किया जा रहा है कि 15-16 लोगों की जान गई है.
क्या कहा भारत के बारे में
द इकोनॉमिस्ट ने भारत को लेकर दावा किया है कि यहां हर रोज़ 6 से 31 हज़ार मौत हुई. जबकि सरकारी आकड़ों में हर दिन 4 हज़ार मौत की बात कही गई है. बता दें कि भारत सरकार ने इन दावों का खंडन किया है. रिपोर्ट के मुताबिक कई गरीब देश मौत के असली के आंकड़ों को छुपा रहे हैं.