लखनऊ। यूपी बोर्ड 12वीं की परीक्षा (up board 12th exam) गुरुवार को रद्द कर दी गई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है. सरकार के इस फैसले से परीक्षा में शामिल होने जा रहे करीब 27 लाख छात्र-छात्राओं को राहत मिली है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से दो दिन पहले 12वीं की परीक्षा रद्द करने की घोषणा जारी कर दी गई थी. ऐसे में लगातार कयास लगाए जा रहे थे कि उत्तर प्रदेश सरकार भी अपनी इस परीक्षा को रद्द कर देगी.
मुख्यमंत्री से की गई वार्ता
परीक्षा रद्द करने को लेकर गुरुवार सुबह से ही हलचल मची हुई थी. लोक भवन में डिप्टी सीएम व शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की गई. शिक्षा बोर्ड के द्वारा तैयार की गई कमेटी ने रिपोर्ट मुख्यमंत्री के सामने पेश की. इसमें परीक्षा रद्द किए जाने के बाद परीक्षार्थियों के अन्य विकल्प के सुझाव दिए गए. शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव के बाद मुख्यमंत्री ने परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया.
10वीं की परीक्षा पहले ही हो चुकी है रद्द
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से 10वीं की परीक्षा पहले ही रद्द करने की घोषणा की जा चुकी है. सभी स्कूलों से बच्चों के 9वीं और 10वीं कक्षा में भी विभिन्न परीक्षाओं के अंक मांगे गए हैं. अभी तक माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड की तरफ से इन छात्रों के प्रमोशन का कोई फार्मूला नहीं दिया गया है, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि 9वीं और 10वीं की परीक्षाओं के अंकों के आधार पर ही इनका मूल्यांकन किया जाएगा. उधर, बोर्ड की तरफ से पहले ही 12वीं की परीक्षा देने जा रहे छात्र-छात्राओं के 11वीं के अंक भी मांग लिए गए थे.