नई दिल्ली। दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत भयावह हो गई है। तकरीबन सभी अस्पतालों का स्टॉक खत्म हो गया है। मैक्स अस्पताल को गुहार लगाने के बाद भी ऑक्सीजन नहीं मिली तो उसने दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया। कोर्ट ने केंद्र को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि मैक्स के सभी 6 अस्पतालों को तत्काल ऑक्सीजन मिले।
कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि इस समय उद्योगों को ऑक्सीजन सप्लाई करने की क्या जरूरत है। गैस की जरूरत अस्पताल में कराह रहे मरीजों को ज्यादा है बजाए स्टील प्लांट के। कोर्ट का कहना था कि सरकार को जमीनी सच्चाई को समझकर काम करना चाहिए। अस्पताल में लोग ऑक्सीजन की कमी से मर रहे हैं और आपकी प्राथमिकता उद्योग हैं।
दिल्ली समेत पूरा देश इस समय बढ़ते कोरोना मरीज और उनके लिए हो रही ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा है। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली के सेंट स्टीफेंस अस्पताल, अपोलो अस्पताल और होली फैमिली अस्पताल में भी ऑक्सीजन की कमी हो गई है। इनमें से सेंट स्टीफेंस में तो सिर्फ दो घंटों की ही ऑक्सीजन बची है।
अस्पताल प्रशासन का कहना है कि उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द ऑक्सीजन की सप्लाई हो नहीं तो मुश्किल हो सकती है। यहां करीब 300 कोरोना के मरीज भर्ती हैं। अस्पताल की मांग पर अब सेंट स्टीफेंस के लिए ऑक्सीजन भेजी जा रही है, जो जल्द ही वहां पहुंच जाएगी।
वहीं सर गंगाराम अस्पताल से भी सूचना है कि वहां सिर्फ पांच घंटे की ऑक्सीजन बची है। यहां 58 कोरोना मरीज भर्ती हैं, जिसमें से 10 आईसीयू में हैं। वहीं 35 मरीज अस्पताल में भर्ती होने का इंतजार कर रहे हैं। अपोलो अस्पताल में सिर्फ 10-12 घंटे की ऑक्सीजन बची है और अस्पताल में इस वक्त 350 से ज्यादा मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। ऐसे में ऑक्सीजन की आपूर्ति बेहद जरूरी है।
Central govt has increased Delhi’s quota of oxygen. We r very grateful to centre for this.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 21, 2021
उधर, सूत्रों का कहना है कि फिलहाल केंद्र ने दिल्ली का ऑक्सीजन कोटा बढ़ा दिया है। इसके लिए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्र का धन्यवाद किया है। केजरीवाल ने अपने ट्वीट में कहा कि दिल्ली के मरीजों की मदद के लिए मोदी सरकार का शुक्रिया। यह बहुत बड़ी मदद है। उधर, मरीजों के परिजनों का कहना है कि अस्पताल अभी भी गैस देने में आनाकानी कर रहे हैं।