नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस के ताजा आंकड़े एक फिर से डराने वाले हैं. दिल्ली में 6 दिनों का लॉकडाउन लगाने के बाद भी मंगलवार को 24 घंटे के जो आंकड़े आए हैं, उसके बाद और भी सतर्क होना जरूरी है. दिल्ली में एक दिन में सबसे ज्यादा केस के साथ सबसे ज्यादा मौत और अब तक की सबसे बड़ी संक्रमण दर भी सामने आई है. दिल्ली में बीते 24 घंटे में कोरोना के 28, 395 नए मामले सामने आए हैं और 277 लोगों की मौत हुई है. अब दिल्ली में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 9, 05, 541 हो गई है. इनमें से 8,07, 328 लोग स्वस्थ हो चुके हैं.
वहीं, कोरोना से अब तक 12, 638 लोगों की मौत हो चुकी है. अगर पॉजिटिविटी रेट की बात करें तो वह अब बढ़ कर 32.82 % प्रतिशत तक पंहुच गई है. दिल्ली में इस समय कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या 85, 575 है. दिल्ली में बिगड़ते हालात को देखते हुए 6 दिन के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है. यह लॉकडाउन सोमवार रात 10 बजे से अगले सोमवार की सुबह 5 बजे तक लगाया गया है. आज लॉकडाउन का दूसरा दिन है.
इस बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना के वर्तमान हालातों पर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में ऑक्सीजन का गंभीर संकट बना हुआ है. केजरीवाल ने केंद्र सरकार मांग की है कि तत्काल ऑक्सीजन उपलब्ध कराए जाएं.
तेजी से फैल रहा है कोरोना वायरस संक्रमण.
ऑक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित करने की कवायद
बता दें दिल्ली के कुछ अस्पतालों में कुछ ही घंटे के लिए ऑक्सीजन बचे हैं. सीएम ने आगे कहा कि दिल्ली में ऑक्सीजन की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं. हम केंद्र सरकार से भी लगातार बात कर रहे हैं. दिल्ली में बड़े स्तर पर ऑक्सीजन बेड्स बढ़ाने का काम भी जारी है. वहीं, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि ऑक्सीजन को लेकर सब अस्पतालों से एसओएस फोन आ रहे हैं. ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले लोगों को अलग-अलग राज्यों में रोक दिया जा रहा है. ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर राज्यों के बीच जंगलराज न हो. इस पर केंद्र सरकार को बेहद संवेदनशील और सक्रिय रहना होगा.
वहीं, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर बहुत तेजी से बेड बढ़ाए जा रहे हैं. पिछले 10 से 12 दिनों में तीन गुना से अधिक बढ़ाए गए हैं. मंगलवार तक कोविड अस्पतालों में 18,923 बेड हैं और उसमें से 2426 बेड उपलब्ध हैं. अस्पतालों से अटैच कर कई सेंटर्स में और बेड बढ़ाए जा रहे हैं. दिल्ली कोरोना एप पर उपलब्ध बेड देखे जा सकते हैं. केंद्र सरकार से सभी कंपनियों को रेमडेसिविर आपूर्ति की अनुमति देने की मांग की गई है, ताकि इसकी किल्लत खत्म हो सके.