नई दिल्ली/मुंबई/भोपाल/लखनऊ/अहमदाबाद/चंडीगढ़। टीकाकरण के मामले में अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए भारत सबसे तेज टीकाकरण करने वाला देश बन गया है. बुधवार सुबह तक 24 घंटे में 33 लाख डोज टीकाकरण किया गया. अब तक देश में कुल 8.7 करोड़ डोज वैक्सीन लगाई जा चुकी है. लेकिन दूसरी तरफ कुछ राज्यों ने वैक्सीन की कमी का मुद्दा उठाते हुए केंद्र से सप्लाई बढ़ाने की मांग की है.
महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और झारखंड ने वैक्सीन की पर्याप्त सप्लाई न होने की बात कही है. वहीं दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने बुधवार को दूसरे देशों को वैक्सीन भेजने के लिए केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन किया और ज्यादा वैक्सीन सप्लाई की मांग की. पार्टी का कहना है कि दूसरे देशों को सप्लाई से पहले अपने देश के लोगों को वैक्सीन मिलनी चाहिए. हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने राज्यों को भरोसा दिलाया है कि किसी को भी वैक्सीन की कमी नहीं होने दी जाएगी.
दूसरी तरफ, देशभर में कोरोना का कहर बढ़ रहा है. भारत में बुधवार को 24 घंटे में 1 लाख, 15 हजार, 736 नए केस आए और 630 मौतें हुईं. देश में कुल कोरोना केसों की संख्या 1,28,01,785 और कुल मौतों की संख्या 1,66,177 हो चुकी है. बुधवार सुबह तक देश में कुल 8,43,473 केस एक्टिव हैं.
बंद हुए टीकाकरण केंद्र
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि हमारे टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक नहीं है. टीका लगवाने आए लोगों को वापस लौटना पड़ रहा है. हमारे ज्यादातर केंद्रों पर वैक्सीन नहीं होने के कारण उन्हें बंद करना पड़ा है. हमने केंद्र से और वैक्सीन पहुंचाने की मांग की है.
आंध्र प्रदेश-ओडिशा ने कहा- केंद्र उपलब्ध कराए वैक्सीन
आंध्र प्रदेश ने भी केंद्र सरकार को पत्र लिखकर एक करोड़ डोज वैक्सीन की मांग की है. प्रदेश सरकार का कहना है कि उसके पास महज 3.7 लाख डोज बचे हैं जबकि राज्य में हर दिन 1.3 लाख डोज लगाए जा रहे हैं. जल्दी ही राज्य में वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो जाएगा. कुछ जिलों में वैक्सीन खत्म हो चुकी है. राज्य के मुख्य सचिव आदित्यनाथ दास ने केंद्र को पत्र लिखकर 1 करोड़ डोज तुरंत मुहैया कराने की मांग की है. आंध्र प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 2,331 केस आए और 18 मौतें हुईं.
ओडिशा ने भी केंद्र से तुरंत 25 लाख डोज कोविशील्ड वैक्सीन उपलब्ध कराने की मांग की है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री नाबा किशोर दास ने केंद्र को पत्र लिखकर कहा कि उनके पास जो स्टॉक मौजूद है, उससे सिर्फ दो दिन टीकाकरण हो सकता है. 9 अप्रैल को राज्य में वैक्सीन आउट ऑफ स्टॉक हो जाएगी.
झारखंड में भी वैक्सीन की कमी, टीकाकरण प्रभावित
झारखंड में भी वैक्सीन की कमी हो गई है. राज्य ने वैक्सीनेशन को रफ्तार देने के लिए 4 से 14 अप्रैल के बीच विशेष अभियान शुरू किया था, लेकिन वैक्सीन की कमी से अभियान पर ब्रेक लग गया. मंगलवार को कई केंद्रों पर टीकाकरण रोक दिया गया. राज्य में दो दिनों में वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो जाएगा. अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने आए कई मरीजों को वापस लौटना पड़ रहा है.
एक निजी अस्पताल के संचालक योगेश गंभीर ने बताया कि हर दिन हमारा 100 का लक्ष्य था लेकिन स्टॉक खत्म होने से 5 अप्रैल को सिर्फ 60 टीका देकर ही टीकाकरण रोकना पड़ा. स्वास्थ्य सचिव केके सोन ने मंगलवार को कहा था कि राज्य में 5 अप्रैल तक सिर्फ साढ़े तीन लाख वैक्सीन डोज ही उपलब्ध हैं. तीन दिन के भीतर वैक्सीन की खेप नहीं पहुंची तो झारखंड में टीकाकरण अभियान प्रभावित हो जाएगा. हालांकि, बुधवार को उन्होंने कहा कि केंद्र से 9 अप्रैल को 10 लाख और 15 अप्रैल को और 10 लाख वैक्सीन मिलने की उम्मीद है.
वाराणसी में भी वैक्सीन खत्म, ज्यादातर केंद्र बंद
कई राज्यों में कोरोना वैक्सीन की किल्लत का असर पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी दिखा. वैक्सीन की कमी के चलते यहां 66 सरकारी टीकाकरण केंद्रों में से बुधवार को सिर्फ 25 पर ही वैक्सीनेशन हुआ. जनपदीय वैक्सीन भण्डार केंद्र पर भी ताला लटका दिखा. वैक्सीन की कमी कब तक पूरी होगी, यह स्वास्थ्य विभाग को भी नहीं मालूम है. शहर के चौकाघाट स्थित जनपद वैक्सीन भंडार केंद्र पर भी ताला लटक गया तो वहीं पास के चौकाघाट राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल और ढेलवरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी वैक्सीनेशन का काम बंद हो गया.
वाराणसी के जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ विजय शंकर राय ने बताया कि लखनऊ में भी वैक्सीन उपलब्ध न होने की वजह से वैक्सीन नहीं मिल पाई है. इसलिए वैक्सीनेशन सेंटर कम करने का आदेश आया है. वाराणसी में 66 केंद्रों में से आज सिर्फ 25 जगहों पर ही वैक्सीनेशन हो पाया.
IIT रुड़की में मिले 60 कोरोना पॉजिटिव
उत्तराखंड के आईआईटी रुड़की में 60 कोरोना केस मिलने से हड़कंप मच गया है. संस्थान के पांच हॉस्टलों को सील कर दिया गया है. कई स्टाफ और छात्रों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. कुछ लोगों की हालत गंभीर हुई जिन्हें कुंभ अस्पताल में रेफर किया गया है. छात्रों के बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है. जम्मू के गवर्नमेंट गांधी मेमोरियल साइंस कॉलेज में भी 30 केस आए हैं. कॉलेज को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया है.
IIT पटना के 15 छात्र संक्रमित
बिहार के पटना आईआईटी में मंगलवार को 15 छात्र कोरोना संक्रमित पाए गए. इसके बाद प्रशासन ने आईआईटी को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है और 7 दिनों के लिए संस्थान को बंद कर दिया है. जिला प्रशासन की तरफ से संस्थान के छात्रों और शिक्षकों की जांच करवाई जा रही है. संक्रमित पाए गए सभी 15 छात्र बीटेक चौथे साल के छात्र हैं. छात्रों को संस्थान के एक अन्य हॉस्टल बिल्डिंग में आइसोलेट कर दिया गया है. राज्य सरकार ने संक्रमण बढ़ते देख सभी स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां 31 मई तक रद्द कर दी हैं.
उत्तराखंड के दून स्कूल में 13 केस
देहरादून के प्रसिद्ध दून स्कूल में 8 बच्चे और 5 टीचर कोरोना संक्रमित हो गए हैं. ये सभी बच्चे 9वीं क्लास के बताए जा रहे हैं. स्कूल ने 9वीं क्लास के सभी बच्चों को उनके घर भेज दिया है ताकि संक्रमण को और फैलने से रोका जा सके.
देहरादून के जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि दून स्कूल में केस आए हैं. वहां पर लगातार टेस्टिंग की जा रही है तथा जो बच्चे और टीचर पॉजिटिव आए हैं उनको स्कूल में ही क्वारनटाइन कर दिया गया है. प्रशासन लगातार स्कूल प्रबंधन के संपर्क में है.
मध्य प्रदेश में अगले तीन माह तक सभी सरकारी दफ्तर हफ्ते में 5 दिन (सोमवार से शुक्रवार) ही खुलेंगे. छिंदवाड़ा में 8 अप्रैल की रात 8 बजे से 7 दिन तक संपूर्ण लॉकडाउन रहेगा. शाजापुर में भी आज रात 8 बजे से अगले 2 दिन तक संपूर्ण लॉकडाउन रहेगा. इसके अलावा राज्य प्रदेश के समस्त नगरीय क्षेत्रों में 8 अप्रैल से नाइट कर्फ्यू रहेगा. सभी जिलों के नगरीय क्षेत्रों में प्रत्येक रविवार लॉकडाउन रहेगा.
मध्य प्रदेश के शिवपुरी में रविवार को लॉकडाउन की घोषणा की गई है. प्रदेश में 24 घंटे में रिकॉर्ड 4,043 नए केस आए और 13 मौतें हुईं. बीते एक महीने में दैनिक केस 10 गुना बढ़े हैं. भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में हालात बेकाबू हो गए हैं. राज्य में बीते एक महीने में एक्टिव केसेज भी 7 गुना बढ़कर 26,059 हो गए हैं. मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य से छतीसगढ़ को आने-जाने वाली बसों पर 15 अप्रैल तक रोक लगा दी है.
छतीसगढ़ में बीते 24 घंटे के दौरान 9,921 नए केस मिले हैं. राजधानी रायपुर में 9 से 19 अप्रैल तक संपूर्ण लॉकडाउन लगा दिया गया है. इस दौरान सिर्फ जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी.
पंजाब में 30 अप्रैल तक नाइट कर्फ्यू
पंजाब सरकार ने पूरे राज्य में 30 अप्रैल तक रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू ऐलान किया है. सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि राज्य में राजनीतिक रैलियों पर भी रोक होगी. इसका उल्लंघन करने पर नेताओं पर भी महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. अभी तक पंजाब के 12 शहरों में नाइट कर्फ्यू था जिसे बढ़ाकर पूरे प्रदेश में लागू कर दिया गया है. अंतिम संस्कार और शादी समारोह में इनडोर 50 और आउटडोर 100 लोगों के एकत्र होने की अनुमति दी गई है. सरकारी दफ्तरों में सभी को मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है.
सीएम बिप्लब देब समेत कई नेता और वीआईपी चपेट में
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव देब भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. उन्होंने खुद ट्वीट करके ये जानकारी दी. यूपी बीजेपी के संगठन महामंत्री सुनील बंसल कोरोना पॉजिटिव हुए. वहीं योगी सरकार में स्टांप, न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन विभाग के राज्यमंत्री और वाराणसी के उत्तरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रवींद्र जायसवाल भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं. वे पहले भी एक बार कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. बिहार में पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजय करोल भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं. एम्स में उनका इलाज चल रहा है.
महाराष्ट्र: पुणे में वेंटिलेटर बेड्स की भारी कमी
महामारी का सबसे बुरा असर महाराष्ट्र पर पड़ा है. महाराष्ट सरकार ने मिनी लॉकडाउन के तहत नियम लागू किए हैं, लेकिन मरीजों की संख्या में कमी नही दिखाई दे रही है. बुधवार को 59,907 नए केस आए और 322 मौतें हुईं. राज्य में फिलहाल 5,01,559 केस एक्टिव हैं.
मुंबई में 24 घंटे में 10,428 नए केस दर्ज हुए और 23 मौतें हुईं. नागपुर में पिछले 24 घंटे में कोरोना से रिकॉर्ड 66 मौतें हुईं. इस दौरान 5,338 नए केस सामने आए हैं. पुणे के अस्पतालों की ओर से कहा गया है कि नए मरीजों के लिए बेड उपलब्ध नहीं हैं. पुणे महापालिका का कहना है कि पूरे जिले में लगभग 800 वेंटिलेटर हैं और सभी इस्तेमाल में हैं. और वेंटिलेटर बेड्स की व्यवस्था की जा रही है. आर्मी अस्पताल से भी बात की गई है. शहर के 6 निजी अस्पतालों को कोरोना मरीजों के इलाज में लगाने का करार किया गया. शहर के सभी अस्पतालों में 80 प्रतिशत कोरोना मरीजों का उपचार किए जाने के आदेश भी दिए गए हैं.
गुजरात में कोरोना के इलाज में कारगर माने जाने वाले रेमिडेसिविर इंजेक्शन के लिए लोग घंटों तक लाइन में लग रहे हैं. आलम ये है कि न सिर्फ अहमदाबाद बल्कि राजकोट, सूरत, वडोदरा, मेहसाणा जैसे शहरों से भी लोग इंजेक्शन लेने के लिए घंटों लाइन में खडे़ हो रहे हैं. पिछले 3 दिनों से गुजरात में हर रोज 3,000 से ज्यादा केस दर्ज हो रहे हैं. सूरत, अहमदाबाद जैसे बड़े शहरों में ज्यादातर बेड भर चुके हैं. अभी अस्पताल पहुंच रहे मरीजों में ऑक्सीजन और ICU वालों की तादाद काफी ज्यादा है.
ऐसे में क्रिटिकल मरीजों को राहत के लिए डॉक्टर प्राइमरी स्टेज पर रेमिडेसिविर इंजेक्शन देते हैं. इसी वजह से ये इंजेक्शन खरीदने के लिए फार्मा स्टोर पर लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं ताकि मरीजों को समय पर इंजेक्शन दिए जा सकें. मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने कहा कि सरकार ने 3 लाख रेमिडेसिविर इंजेक्शन का ऑर्डर दिया है.
कर्नाटक और तमिलनाडु में भी हालत खराब
कर्नाटक में बुधवार को 6,976 नए केस आए और 35 मौतें हुईं. इनमें से 4,991 केस सिर्फ बेंगलुरु शहर में आए. बेंगलुरु में संक्रमण रोकने के लिए धारा-144 लागू कर दी गई है. लोगों को एकत्र होने से लेकर रेजिडेंशियल कॉम्प्लेक्स में स्विमिंग पूल, जिम, पार्टी हॉल आदि के संचालन पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर ने कहा कि बेंगलुरु शहर के अलावा 5 जिलों में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं. इन जिलों में अतिरिक्त वैक्सीन भेजी गई है और ज्यादा टेस्ट करने को कहा गया है.
तमिलनाडु में बुधवार को 3,986 नए केस आए और 17 मौतें हुईं. इनमें से 1,459 केस अकेले चेन्नई में दर्ज हुए. राज्य में एक्टिव केसों की संख्या 27,743 पहुंच गई है. अब तक तमिलनाडु में कुल 9,11,110 केस दर्ज हुए हैं और कुल 12,821 मौतें हुई हैं.
दिल्ली, यूपी, बिहार और अन्य राज्यों का हाल
दिल्ली में 5506 नए केस और 20 मौतें दर्ज हुईं. राजधानी में एक्टिव केसेज की संख्या 19,455 पहुंच गई है. यूपी में भी पिछले 24 घंटे में 6,023 नए केस दर्ज हुए और 40 मौतें हुईं. इनमें से 1,333 केस अकेले राजधानी लखनऊ में मिले. राज्य में अब तक 8,964 लोगों की जान जा चुकी है. प्रयागराज, वाराणसी और कानपुर में भी कोरोना ने भयानक रूप ले लिया है.
राजस्थान में आज 2,801 नए केस आए और 12 मौतें हुईं. राज्य में एक्टिव केसेज की संख्या 18,146 पहुंच गई है. राजधानी जयपुर में रिकॉर्ड 551 नए केस दर्ज किए गए. उत्तराखंड में 1,109 नए केस आए और 5 मौतें हुईं. राज्य में कुल एक्टिव केस 4,526 हैं. राज्य में सबसे ज्यादा केस तीन शहरों में आए. देहरादून में 509, हरिद्वार में 308 और नैनीताल में 113 केस दर्ज किए गए.
असम में चुनाव खत्म हो चुके हैं लेकिन कोरोना का खतरा बना हुआ है. पिछले 48 घंटे में राज्य में 162 नए केस दर्ज हुए. राज्य में 5 अप्रैल को 70 केस आए थे. 6 अप्रैल को 92 नए केस दर्ज किए गए और 2 मौतें हुईं. फिलहाल असम में कुल 683 केस एक्टिव हैं. राज्य के प्रभावित इलाकों में धारा-144 जैसी पाबंदियां लगाई जा रही हैं और कोरोना नियमों का पालन कराने के उपाय किए जा रहे हैं.
बुधवार को जम्मू-कश्मीर में 812 नए केस आए. केरल में 3502 केस आए और 16 मौतें हुईं. बिहार में 24 घंटे में 1,527 केस आए. बिहार में एक्टिव केस 5,925 हैं.