सीनियर में उप्र के अमान व जम्मू कश्मीर के विशाल खजौरिया ने बाजी मारी
लखनऊ। राष्ट्रीय दृष्टिबाधित एवं मूकबधिर जूडो प्रतियोगिता के दूसरे दिन मूकबधिर खिलाड़ियों ने जमकर दमखम दिखाये। इस प्रतियोगिता में उनका करतब देख उनकी दिव्यांगता काफी पीछे चली गयी। सब जूनियर बालिका (25 किग्रा) में जहां हरियाणा की वर्षा अव्वल रहीं, वहीं सब जूनियर बालिका (40 किग्रा) में उत्तर प्रदेश की शबनम ने बाजी मारी। वहीं सीनियर वर्ग मूकबधिर पुरुष (60 किग्रा) में उत्तर प्रदेश के अमान खान अव्वल रहे तो वहीं सीनियर वर्ग मूकबधिर पुरुष (66 किग्रा) में जम्मू-कश्मीर के विशाल खजौरिया ने प्रथम पुरस्कार हासिल किया।
केडी सिंह स्टेडियम में चल रही प्रतियोगिता में शनिवार को मूकबधिर खिलाड़ियों के बीच मैच का आयोजन हुआ। इसमें सब जूनियर वर्ग मूकबधि बालिका (25 किग्रा) में हरियाणा की वर्षा प्रथम, उत्तर प्रदेश की पलक दूसरे व उत्तर प्रदेश की जरीन तीसरे स्थान पर रहीं। वहीं सब जूनियर वर्ग मूकबधिर बालिका (40 किग्रा) में उत्तर प्रदेश की शबनम प्रथम, मध्य प्रदेश की आकांक्षा दूसरे व हरियाणा की अंजली व उत्तर प्रदेश की बेनजीर तीसरे स्थान पर रहीं।
वहीं वहीं सब जूनियर वर्ग मूकबधिर बालिका (30 किग्रा) में हरियाणा की आस्था प्रथम, दिल्ली की प्रिया यादव दूसरे व दिल्ली की जैनब तीसरे स्थान पर रहीं, जबकि वहीं सब जूनियर वर्ग मूकबधिर बालिका (44 किग्रा) में उत्तर प्रदेश की आयूषी प्रथम, उत्तर प्रदेश की अक्सा बाने दूसरे व हरियाणा की भारती व हरियाणा की ही रश्मी तीसरे स्थान पर रहीं।
वहीं सीनियर वर्ग पुरूष (60 किग्रा) में उत्तर प्रदेश के अमान खान प्रथम, हरियाणा के अक्षय दूसरे तथा उत्तर प्रदेश के शाहरूख खान व हरियाणा के राहुल तीसरे स्थान पर रहे। सीनियर वर्ग पुरूष (66 किग्रा) में जम्मू-कश्मीर के विशाल खजौरिया प्रथम स्थान पर रहे। वहीं हरियाणा के कुलदीप दूसरे स्थान पर जबकि महाराष्ट्र के शुभम व छत्तीसगढ़ के यादवेन्द्र गौतम तीसरे स्थान पर रहे।
इस प्रतियोगिता में विजेताओं को यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक आयुक्त रंजन कुमार व महेश गुप्ता ने पुरस्कृत किया। बृजेश पाठक ने निधि से इंडियन ब्लाइंड एंड पैरा जूडो एसोसिएशन को जूडो मैट्स प्रदान करने की घोषणा की। इंडियन ब्लाइंड एंड पैरा जूडो एसोसिएशन के सचिव मुनव्वर अंजार ने यह जानकारी देते हुए बताया कि खिलाड़ियों में काफी उत्साह है। खेल को हमेशा खेल की भावना से ही देखना चाहिए।