नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद राम स्वरूप शर्मा ने दिल्ली के नॉर्थ एवेन्यू स्थित आवास में बुधवार (मार्च 17, 2021) को आत्महत्या कर ली। उनके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। उनकी मृत्यु के कारण बीजेपी ने भाजपा संसदीय दल की बैठक रद्द कर दी है।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, उन्हें सांसद के एक स्टाफ से सुबह करीब 8.30 बजे जानकारी मिली। उन्हें बताया गया कि आरएमएल अस्पताल के पास गोमती अपार्टमेंट में बीजेपी सांसद रामस्वरूप शर्मा ने आत्महत्या कर ली है।
घटना स्थल पर जब अधिकारी पहुँचे तो उनका कमरा अंदर से बंद था और शव अंदर लटका हुआ था। पुलिस का कहना है कि वह फिलहाल जाँच में जुटे हुए हैं। उनकी खुदकुशी का कारण पता नहीं चल सका है।
BJP MP from Mandi, Ram Swaroop Sharma died allegedly by suicide in Delhi. Police received a call from a staffer. He was found hanging and the door was closed from inside: Delhi Police
Visuals from Gomti Apartments where he was found dead. pic.twitter.com/OVOs1NP5W2
— ANI (@ANI) March 17, 2021
गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर रामस्वरूप शर्मा को श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने लिखा, “हिमाचल प्रदेश के मंडी से बीजेपी सांसद राम स्वरूप शर्मा के आकस्मिक निधन से अत्यंत व्यथित हूँ। मैं दुःख की इस घड़ी में उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ। ॐ शांति शांति शांति।”
हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद श्री राम स्वरूप शर्मा जी के आकस्मिक निधन से अत्यंत व्यथित हूँ। मैं दुःख की इस घड़ी में उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ व दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ। ॐ शांति शांति शांति
— Amit Shah (@AmitShah) March 17, 2021
बता दें कि भाजपा सांसद रामस्वरूप का जन्म 10 जून 1958 को हुआ था। साल 1980 में उन्होंने चंपा शर्मा से शादी की। उनके तीन बच्चे हैं। वह हिमाचल में सिविल सप्लाई के उपाध्यक्ष पद पर भी रहे। वह 16वीं लोकसभा के लिए हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद चुने गए थे।
गौरतलब है कि अभी पिछले माह ही मुंबई के सी ग्रीन होटल के एक कमरे में दादर और नागर हवेली के सांसद मोहन डेलकर का शव संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद हुआ था। उनके शव को देख भी आशंका जताई गई थी कि उन्होंने सुसाइड की। कुछ रिपोर्ट्स में शव के पास से सुसाइट नोट मिलने की बात सामने आई थी। पत्र गुजराती भाषा में लिखा था।