असम में कांग्रेस की नेतृत्व वाली 6 दलों के विपक्षी महागठबंधन का विस्तार हुआ है, कभी बीजेपी के साथ गठबंधन का हिस्सा रहे बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) ने आगामी विधानसभा चुनाव से पहले ही एनडीए का साथ छोड़ दिया है, बीपीएफ प्रमुख हाग्राम मोहिलारी ने शनिवार को सोशल मीडिया पर इसका ऐलान करते हुए कहा कि असम को भ्रष्टाचार मुक्त करने, राज्य में शांति, एकता और विकास के लिये बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट ने महाजथ (महागठबंधन) के साथ हाथ मिलाने का फैसला लिया है।
इससे पहले लालू यादव की राजद भी असम में महागठबंधन में शामिल हो गई, हालांकि उनका कुछ खास असर नहीं होगा, लेकिन कहा जा रहा है कि करीब 6 फीसदी वोटों पर लालू असर डाल सकते हैं, असम में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं।
आपको बता दें कि बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के असम विधानसभा में 11 विधायक हैं, उसके सर्वानंद सोनोवाल सरकार में तीन मंत्री थे। बीजेपी ने पहले ही ऐलान किया था कि वो इस विधानसभा चुनाव में बीपीएफ के साथ गठबंधन नहीं करेगी, ऐसे में माना जा रहा था कि बीपीएफ विपक्षी पार्टियों के साथ चुनाव में उतर सकती है, बीजेपी इस साल असम में असमं गण परिषद और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल के साथ चुनाव में उतरेगी।
बीजेपी की ओर से गठबंधन से अलग किये जाने के बाद बीपीएफ ने कहा, कि वो आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिये महागठबंधन में शामिल होगी, इस फैसले का स्वागत करते हुए कांग्रेस ने भरोसा जताया कि उनकी पार्टी फिर से सत्ता में आएगी, कांग्रेस सांसद प्रद्युत बोर्दोलोई ने कहा, बीपीएफ और कांग्रेस पुराने दोस्त हैं, और हम दोनों ही सरकार में आ रहे है।