पुडुचेरी में चल रहे सियासी घमासान के बीच आज (फरवरी 22, 2021) शाम को शक्ति परीक्षण होना है। इस बीच कॉन्ग्रेस से इस्तीफा देने वाले विधायक लक्ष्मीनारायण और डीएमके विधायक वेंकटेशन ने सत्ताधारी पार्टी की चिंता बढ़ा दी है। दोनों विधायकों के इस्तीफे के बाद सदन में सत्ताधारी पार्टी की संख्या फिलहाल 11 है जबकि विपक्ष के पास 14 विधायक हो गए हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, लक्ष्मीनारायण और वेंकटेशन ने अपना इस्तीफा अलग-अलग विधानसभा स्पीकर वीपी शिवकोलुंधु को सौंपा है। लक्ष्मीनारायण ने तो मीडिया से बात करते हुए यह भी कहा कि ये नारायणस्वामी सरकार बहुमत खो चुकी है। उन्होंने बताया कि वह भी पार्टी सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं।
Puducherry: Congres MLAs arrive at the residence of Chief Minister V Narayanasamy.
The LG has ordered a floor test in the legislative assembly to take place tomorrow. pic.twitter.com/pZ8fvgApAO
— ANI (@ANI) February 21, 2021
बाद में वेंकटेशन ने भी मीडिया से बात की। उन्होंने बताया कि वह सिर्फ़ विधायक पद को छोड़ रहे हैं डीएमके से उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है। वह बताते हैं, “…मैं अपने विधानसभा क्षेत्र में लोगों की जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहा था क्योंकि एमएलए लोकल एरिया डेवलपमेंट फंड के तहत कोई फंड मुहैया नहीं कराया जा रहा था।”
Puducherry Chief Minister V Narayanasamy reaches the Legislative Assembly, holds meeting with Congress MLAs. pic.twitter.com/UbRVrEKQaw
— ANI (@ANI) February 21, 2021
गौरतलब है कि इससे पहले चार कॉन्ग्रेस नेता पार्टी का साथ छोड़ा था। इनमें से दो ने भाजपा भी ज्वाइन की थी। जिनके नाम ए नमस्सिवम (A Namassivayam) और ई थेप्पनथन (E Theeppainthan) हैं। सत्ताधारी पार्टी के बहुमत खोने के बाद भाजपा के इंचार्ज निर्मल कुमार सुराणा ने कहा था कि अन्य दो कॉन्ग्रेस विधायक- मल्लदी कृष्ण राव और ए जॉन कुमार भी जे पी नड्डा के नेतृत्व वाली भाजपा में शामिल होंगे।
उन्होंने पीटीआई को बताया था, “वह दोनों (कॉन्ग्रेस से इस्तीफा देने वाले नेता) भाजपा से जुड़ने वाले हैं। वह हमारे शीर्ष नेतृत्व से बात कर रहे हैं।”
बीजेपी नेता का मानना है कि कॉन्ग्रेस सदन में शत प्रतिशत विश्वास मत खोने वाली है। इसके अतिरिक्त उन्होंने यह भी दावा किया कि तीन अन्य विधायक भी कॉन्ग्रेस से इस्तीफा देने वाले हैं। हालाँकि नाम पूछे जाने पर उन्होंने कुछ भी बताने से मना किया था और आश्वस्त करते हुए कहा था, “मैं अभी नहीं बता सकता। वह (तीनों विधायक) नारायणस्वामी सरकार से नाखुश हैं और इस्तीफा देना चाहते हैं। ये बात 100 प्रतिशत पक्की है कि वह इस्तीफा देंगे।”