राम कुमार नहीं, मोहम्मद हनीफ निकला 9 साल की बच्ची का रेप और हत्या करने वाला: पहचान बदल 12 वर्षों से कर रहा था नौकरी

पश्चिम बंगाल के जोड़ाबागान में एक बलात्कार और हत्या के मामले में जाँच के दौरान आरोपित को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। 9 वर्षीय नाबालिग लड़की के रेप एवं मर्डर केस में गिरफ्तार आरोपित के बारे में पता चला है कि वो पिछले 12 वर्षों से अपनी पहचान छिपा कर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहा था। बिहार और झारखंड में फर्जी पते के जरिए उसने जाँचकर्ताओं को भी गुमराह किया। आरोपित का नाम मोहम्मद हनीफ है।

लेकिन, वो राम कुमार उर्फ़ लम्बू के नाम से रह रहा था और एक स्थानीय इमारत में बतौर सिक्योरिटी गार्ड कार्यरत था। उसने खुद को समस्तीपुर और गिरिडीह का निवासी बताया था, लेकिन पुलिस को पता चला है कि वो झारखंड के देवघर का रहने वाला है। उसने फर्जी पते के साथ अपने फर्जी दस्तावेज भी बना लिए थे। बंगाल पुलिस की टीम बिहार-झारखंड में उसके बारे में पता लगाने निकली थी, जिसमें चौंकाने वाले तथ्य हाथ लगे।

अब इन नई सूचनाओं को लेकर उससे फिर से पूछताछ की जाएगी। देवघर पुलिस उसका इतिहास खँगाल रही है और उन सूचनाओं का बंगाल पुलिस को भी आगे की कार्रवाई के लिए इंतजार है। जॉइंट सीपी (क्राइम) मुरलीधर शर्मा ने बताया कि बैकग्राउंड की जाँच न होने की वजह से मोहम्मद हनीफ को ये जॉब मिल गई थी। एक अन्य आरोपित रणवीर ताँती उर्फ़ रघुवीर की पहचान को लेकर भी अब संदेह खड़ा हो गया है।

पुलिस इसकी भी जाँच कर रही है। वो मार्बल काटने की तकनीक में दक्ष है। पुलिस फाइनल चार्जशीट में इस धोखाधड़ी वाली करतूत का भी डिटेल में वर्णन करेगी। पुलिस ये पता कर रही है कि उसने इस काण्ड की साजिश पहले ही तो नहीं रच ली थी। ये मामला फरवरी 3, 2021 का है। नाबालिग पीड़िता ने कुछ ही दिन पहले अपना नौवाँ जन्मदिन मनाया था। सोवाबाजार में उसका घर था, लेकिन वो अपनी बड़ी बहन के साथ मामा के यहाँ आई हुई थी।

पहुँचने के कुछ ही देर बाद वो अपनी दोस्तों के साथ बाहर खेलने निकली थी। बच्ची की नानी ने उसे पहले ही उस इमारत के पास जाने से मना किया था जहाँ ये वारदात हुई, लेकिन लुका-छिपी खेलते-खेलते वो वहाँ चली गई। आरोपित ने उसे बिरयानी और चिप्स का लालच दिया। इसके बाद उसका रेप किया गया और फिर हत्या कर दी गई। उस समय वो शराब के नशे में भी था। पूछताछ में उसने हत्या की बात कबूल भी कर ली थी।