नई दिल्ली। लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुल कंट्रोल (LAC) पर डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया जारी है. चीन अपनी सीमा में पीछे जा रहा है. चीन फिंगर 5 से 8 के बीच फैलाए सारे सामान बांधकर पीछे जा रहा है. अभी यह प्रक्रिया जारी है. इस बीच चीन ने लगभग 8 महीने के बाद यह भी माना है कि गलवान में कमांडर समेत उसके भी कई जवान मारे गए थे. इस पूरे परिदृश्य के बीच दोनों देश के सैन्य कमांडर आज एक बार फिर बात चीत की टेबल पर बैठने जा रहे हैं.
लद्दाख में चीनी सेना का वापस जाना भारत के लिए बड़ी रणनीतिक कामयाबी है. लद्दाख से चीन को पीछ हटने के लिए मजबूर करने को लेकर भारत ने एक रणनीति पर काम किया है. भारत कई जगहों पर चीन से मजबूत स्थिति में था, लिहाजा चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने जान लिया कि भारत अपनी मांगों से पीछे हटने वाला नहीं है
10वें दौर की वार्ता
बहरहाल, सीमा पर तनाव को लेकर आज भारत-चीन में कमांडर स्तर की 10वें दौर की बातचीत होने वाली है. आज की इस वार्ता का एजेंडा गोगरा हॉट स्प्रिंग और देपसांग हैं. चीनी कमांडर से विचार-विमर्श के दौरान भारतीय पक्ष की अगुवाई कोर कमांडर पीजेके मेनन और आईटीबीपी के आईजी दीपम सेठ करेंगे. सीमा पर तनाव को खत्म करने के लिए होने वाली यह वार्ता सुबह 10 बजे शुरू होगी.
क्या होगा एजेंडा
पैंगोंग लेक पर डिसएंगेजमेंट पूरा होने के बाद अब भविष्य के कदमों के लेकर चर्चा की जाएगी. दोनों देशों के बीच शनिवार को होने वाली इस मीटिंग में गोगरा हॉट स्प्रिंग और देपसांग में डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया पर बातचीत की जाएगी. इस बैठक में पैंगोंग के बाद तनाव के अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी.
चीन ने माना, मारे गए थे उसके जवान
दोनों देशों के बीच यह वार्ता ऐसे समय होने जा रही है जब चीन ने यह बात स्वीकार की है कि लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में उसके 4 जवान मारे गए थे. चीन की सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने पिछले साल जून में गलवान घाटी में भारतीय सेना और चीन की सेना के बीच हुई झड़प की वीडियो फुटेज जारी कर यह बात स्वीकार की है.
गलवान में हुई झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हुए थे. चीन ने गुरुवार को कुबूल किया था कि उसके भी 4 सैनिक मारे गए थे. चीन के वीडियो में इन चार सैनिकों को सलामी दिए जाने का दृश्य है. वीडियो में दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प को भी दिखाया गया है. साथ ही दोनों तरफ के सैन्य अधिकारी वार्ता करते भी दिख रहे हैं.