चौरी चौरा शताब्दी समारोह पर वंदे मातरम गायन के 50000 विडियो अपलोड कर योगी सरकार बनाएगी वर्ल्ड रिकॉर्ड

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ऐतिहासिक चौरी-चौरा घटना के शताब्दी वर्षगांठ समारोह पर एक विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। योगी सरकार एक निश्चित समायावधि में वंदे मातरम गायन के 50 हजार विडियो अपलोड कर इसे गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराएगी। इस पूरे कार्यक्रम पर गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम नजर रखेगी।

रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्य का संस्कृति विभाग अपने सभी जिलों में 3 फरवरी की सुबह 10 बजे से लेकर 4 फरवरी दोपहर 12 बजे तक वंदे मातरम गाने की योजना पर काम कर रहा है। इसके लिए रिहर्सल मंगलवार (फरवरी 02, 2021) से आयोजित की जा रही है।

शिक्षा विभाग के साथ-साथ सभी मंडलायुक्त और जिलाधिकारियों को प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम द्वारा आदेश जारी किए गए हैं। आदेश में कहा गया है कि चौरी-चौरा घटना और स्वतंत्रता संग्राम के बलिदानियों को श्रद्धांजलि देते हुए वंदे मातरम का पहला भाग गाते हुए एक वीडियो रिकॉर्ड किया जाएगा।

प्रत्येक जिला एक शैक्षणिक संस्थान या अन्य इंटरनेट सुविधा वाले उपयुक्त स्थानों को चुनेगा। प्रत्येक केंद्र के लिए एक नोडल अधिकारी होगा। कार्यक्रम के अंतर्गत, 3 फरवरी की सुबह 10 से 4 फरवरी की दोपहर 12 बजे के बीच गायन का विडियो अपलोड कराया जाएगा। इसके लिए 3 फरवरी की सुबह 9:00 बजे से गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड वेबसाइट/लिंक उपलब्ध करवाएगा।

राज्य सरकार के आदेश के अनुसार, एक वीडियो में केवल एक व्यक्ति ही सैल्यूट की मुद्रा में होना चाहिए। वीडियो कम से कम 20 सेकंड का होना चाहिए, जिसमें उच्चारण पूरी तरह से स्पष्ट हो। शब्द या अक्षर उच्चारण बाधित होने पर पूरी प्रविष्टि रद कर दी जाएगी।

उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व, चीन के बीजिंग में दिसंबर 25, 2019 को सैल्यूट करते हुए 10,369 विडियो अपलोड कर रिकॉर्ड बनाया गया था।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को चौरी-चौरा के इतिहास से संबंधित साहित्य उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने शताब्दी वर्ष के दौरान वर्ष भर की गतिविधियों पर बेसिक, उच्च, माध्यमिक, कृषि और चिकित्सा शिक्षा विभागों से विवरण भी माँगा।

समारोह के लिए स्कूलों में निबंध लेखन, वाद-विवाद, कविता पाठ, चित्रकला और अन्य प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा, प्रदर्शनी, पुस्तक मेले और अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएँगे। समापन समारोह में विजेताओं को सम्मानित भी किया जाएगा।