जयपुर। राजस्थान निकाय चुनाव परिणाम जारी हाेने के 24 घंटे बाद ही टाेंक की निवाई नगर पालिका से एनसीपी के टिकट पर जीते सभी 17 पार्षदाें ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली। बीजेपी ऑफिस में प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में इन सभी ने पार्टी ज्वाइन की। ऐसे में अब निवाई में बीजेपी का बाेर्ड बनना तय माना जा रहा है।
राजस्थान में बीते दिनों हुई 90 निकायों के चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद से ही कॉन्ग्रेस और भाजपा के बीच ज्यादा से ज्यादा निकायों में बोर्ड बनाने की जंग छिड़ी हुई है। राजनीतिक शह और मात के इस खेल में कब कौन बाजी पलट जाए कहना मुश्किल है। बात की जाए टोंक के निवाई नगर पालिका (Niwai Municipality) हॉट सीट की तो यहाँ पर जीत कर सबसे ज़्यादा सीटें लाने वाली एनसीपी (NCP) ने पाला बदलकर सबको चौंका दिया है। दरअसल, इनमें से अधिकतर पार्षद वो हैं, जो कॉन्ग्रेस से बगावत कर एनसीपी के टिकट पर चुनाव जीते हैं।
पहले तो यहाँ से कॉन्ग्रेस से बागी होकर चुनाव लड़ने वाले दिलीप इसरानी (Dilip Israni) सहित कई दिग्गज कॉन्ग्रेसियों ने एनसीपी के बैनर से चुनाव लड़ा और जब एनसीपी के 17 उम्मीदवार जीत गए तो उन्होंने बाज़ी पलटते हुए भाजपा की सदस्यता लेकर सबको हैरत में डाल दिया।
ज़िले और प्रदेश स्तर के भाजपा नेताओं ने इसरानी सहित एनसीपी से जीत कर आए 17 नव निर्वाचित पार्षदों को भाजपा की सदस्यता दिलाकर जो मास्टर स्ट्रोक खेला है। उससे कॉन्ग्रेस के प्रदेश महासचिव और निवाई विधायक प्रशांत बैरवा राजनीतिक कूट स्तर पर चारों खाने चित्त हो गए हैं।
बता दें कि टोंक में कॉन्ग्रेस की स्थिति मजबूत मानी जाती है। टोंक जहाँ पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट का गढ़ माना जाता है। वहीं यहाँ कॉन्ग्रेस विधायक प्रशांत बैरवा और हरीश चंद्र मीना जैसे विधायक भी है।
एनसीपी से जीत कर आए सभी 17 पार्षदों ने एनसीपी नेता और चेयरमेन पद के दावेदार दिलीप इसरानी के नेतृत्व में जयपुर में भाजपा कार्यालय में भाजपा की सदस्यता लेकर सभी को हैरान कर दिया है। इस बड़े राजनीतिक उलटफेर के बाद एक बार फिर से निवाई नगरपालिका में भाजपा का बोर्ड बनना लगभग तय हो गया है। मंगलवार (फरवरी 2, 2021) को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरने की अंतिम तिथि है ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि दिलीप इसरानी आज भाजपा की ओर से निवाई नगरपालिका के अध्यक्ष पद के लिए अपना दावा ठोक देंगे।
बता दें कि निवाई नगर पालिका में 35 वार्डो में 29 वार्डो में एनसीपी ने अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे थे। जिसमें से कुल 17 पार्षदो ने जीत का परचम लहराया। वहीं, भाजपा के सीट पर चुनाव लड़ने वाले 9 उम्मीदवार यहाँ से जीते जबकि कॉन्ग्रेस के खाते सिर्फ 8 सीटें ही आई थी। एक निर्दलीय प्रत्याशी भी जीता। ऐसे में अब इसरानी ने बड़ा सियासी उलटफेर कर सबको चौंका दिया है।
निवाई नगर पालिका में सत्ता धारी पार्टी कॉन्ग्रेस की कूटनीतिक स्तर पर हुई किरकिरी की प्रदेश भर में चर्चा हो रही है। ऐसे में अब देखना यह होगा पूरे मामले को लेकर कॉन्ग्रेस आलाकमान किस तरह की प्रतिक्रिया देती है।