नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश कॉन्ग्रेस कमेटी ने रविवार (जनवरी 31, 2021) को वायनाड के सांसद राहुल गाँधी को पार्टी अध्यक्ष बनाने के लिए सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया।
Rahul ji is only one who can inspire Congress workers. All his predictions are coming true from farmers issue to ills of GST. He’s shown his leadership ability. So we passed resolution to make him Congress president again: Delhi Pradesh Congress Committee President Anil Chaudhary https://t.co/FjfBOEUMJn pic.twitter.com/c3tlSTee2B
— ANI (@ANI) January 31, 2021
कॉन्ग्रेस की दिल्ली इकाई का मानना है कि राहुल गाँधी की ‘भविष्यवाणियाँ’ सच साबित हो रही हैं। उन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता दिखाई है। लिहाजा उन्होंने उन्हें फिर से पार्टी अध्यक्ष बनाने के लिए प्रस्ताव पारित किया है।
बता दें कि राहुल गाँधी ने 2019 के आम चुनावों की हार के बाद अध्यक्ष पद छोड़ दिया। पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद उनकी माँ सोनिया गाँधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया। राहुल गाँधी से पहले उन्होंने दो दशकों तक पार्टी अध्यक्ष के रूप में काम किया था।
पार्टी प्रमुख के पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद अटकलें लगाई जा रही थीं कि वह पार्टी अध्यक्ष के रूप में वापस आएँगी। ऐसी अटकलें पार्टी की नेतृत्व क्षमता में कमी और नेहरू-गाँधी परिवारवाद से परे न सोचने को लेकर लगाई गई। हालाँकि, शशि थरूर जैसे अन्य वरिष्ठ नेता पुरानी पार्टी में वंशवाद की राजनीति के प्रति घृणा व्यक्त करने के लिए काफी मुखर रहे हैं।
विभिन्न राज्य ईकाइयों ने भी उन्हें पार्टी अध्यक्ष बनाने के लिए इसी तरह के प्रस्ताव पारित किए हैं। इस सब के बीच, ऐसी अटकलें हैं कि राहुल गाँधी फिर से विदेश छुट्टी पर चले गए हैं। हालाँकि, कॉन्ग्रेस ने इन खबरों को खारिज कर दिया है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों कॉन्ग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने ऐलान किया कि जून 2021 तक पार्टी अपने अध्यक्ष पद को लेकर निर्णय ले लेगी। कॉन्ग्रेस वर्किंग कमेटी की 22 जनवरी 2021 को हुई बैठक के बाद यह ऐलान किया गया था। पार्टी का कहना था कि इस साल कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के बाद कॉन्ग्रेस पार्टी संगठन का चुनाव करेगी, जिसमें अध्यक्ष पद का चुनाव सबसे अहम है।